इरडा के इस फैसले से 16 जून से दोपहिया वाहनों और कार का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस महंगा हो जाएगा। खासबात है कि थर्ड पार्टी इंश्योरेंस दर में आमतौर पर वित्त वर्ष की शुरुआत में अप्रैल में इजाफा किया जाता है लेकिन इस बार नई दरों को 16 जून से लागू किया जा रहा है।
इंश्योरेंस रेगुलेटर इरडा ने देश में दोपहिया वाहनों और कार के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम को 16 जून 2019 से बढ़ाने का फैसला किया है। इरडा ने वाहनों की कुछ कैटेगरी के लिए अनिवार्य थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम में 21 फीसदी तक का इजाफा किया है।
इरडा के इस फैसले से 16 जून से दोपहिया वाहनों और कार का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस महंगा हो जाएगा। खासबात है कि थर्ड पार्टी इंश्योरेंस दर में आमतौर पर वित्त वर्ष की शुरुआत में अप्रैल में इजाफा किया जाता है लेकिन इस बार नई दरों को 16 जून से लागू किया जा रहा है।
देखें पूरी लिस्ट, किस गाड़ी का प्रीमियम कितना हुआ:
सामान्य और लग्जरी कार
इरडा ने 1,000 सीसी से कम क्षमता वाली छोटी कारों के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम में 12 फीसदी की वृद्धि की है। अब प्रीमियम 1,850 रुपये (वर्तमान में) से बढ़कर 2,072 रुपये हो गया। वहीं 1,000-1,500 सीसी के वाहनों का प्रीमियम 12.5 फीसदी बढ़कर 3,221 रुपये हो गया। खासबात है कि 1,500 सीसी से ऊपर की कारों के लिए थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम नहीं बढ़ाया गया है। इसे 7,890 रुपये पर बरकरार रखा है।
दोपहिया और सुपर बाइक
दोपहिया वाहनों के मामले में 75 सीसी से कम के दोपहिया वाहनों के लिये थर्ड पार्टी प्रीमियम 12.88 फीसदी बढ़कर 482 रुपये हो गया। वहीं, 75 से 150 सीसी के दोपहिया वाहन के लिए प्रीमियम 752 रुपये और 150-350 सीसी क्षमता वाले दोपहिया वाहनों के लिए प्रीमियम में सबसे ज्यादा वृद्धि की गई है। इस श्रेणी के दोपहिया वाहनों का प्रीमियम 985 रुपये से 21.11 फीसदी बढ़कर 1,193 रुपये हो जाएगा। सुपर बाइक (355 सीसी से ऊपर के दोपहिया वाहन) के प्रीमियम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
माल ढुलाई वाहन
इरडा ने माल ढोने वाले निजी और सार्वजनिक वाहनों के लिए भी थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम में इजाफा किया है। ई-रिक्शा के मामले में दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। हालांकि, स्कूल बसों के मामले में प्रीमियम में वृद्धि की गई है।
लॉन्ग टर्म प्रीमियम प्लान
दीर्घकालिक एकल प्रीमियम दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। कारों के मामले में, दीर्घकालिक प्रीमियम की अवधि तीन साल और दोपहिया वाहनों के लिए यह अवधि पांच साल है।