नगर निगम के कर्मचारी के साथ मारपीट कर सुर्खियों में आये बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय को पार्टी बाहर लड़ने की तैयारी में है। अगर मीडिया रिपोर्ट्स पर भरोसा किया जाए तो पीएम नरेंद्र मोदी की नाराजगी के बाद बीजेपी कुछ समय के लिए उन्हें पार्टी से बाहर कर सकती है।
नगर निगम के कर्मचारी के साथ मारपीट कर सुर्खियों में आये बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय को पार्टी बाहर लड़ने की तैयारी में है। अगर मीडिया रिपोर्ट्स पर भरोसा किया जाए तो पीएम नरेंद्र मोदी की नाराजगी के बाद बीजेपी कुछ समय के लिए उन्हें पार्टी से बाहर कर सकती है। उनके खिलाफ ये कार्यवाही जल्द ही हो सकती है।
मंगलवार को ही पीएम नरेंद्र मोदी ने पार्टी के नेताओं खासतौर से आकाश विजयवर्गीय के बर्ताव पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि इस तरह का बर्ताव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके बाद पार्टी नेता आकाश को कुछ समय के लिए पार्टी से बाहर कर अपने को पाक साफ करना चाहते है।
'बैटमेन' विधायक आकाश विजयवर्गीय के नाम से मशहूर हो चुके आकाश को इंदौर में तेज तर्रार नेता के रूप में जाना जाता है। फिलहाल बीजेपी बल्ला मार विधायक को पार्टी से निकाल सकती है। यही नहीं आकाश का साथ देने वाले नेताओं को भी पार्टी से बर्खास्त किया जा सकता है।
गौरतलब है कि मंगलवार को संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाश विजयर्गीय द्वारा इंदौर नगर निगम के कर्मचारी को बल्ले से पीटने को लेकर गहरी नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि इस तरह के नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए। पीएम मोदी ने साफ कहा था कि हम ऐसा कोई नेता नहीं चाहते जो पार्टी की छवि को जनता में खराब करे।
असल में पार्टी के नेता इस बात को लेकर नाराज़ है कि जेल से बाहर आने के बाद आकाश का स्वागत विजेताओं की तरह किया गया था। ये एक तरह से गलत परम्परा है। आकाश विजयवर्गीय के कैलाश विजयवर्गीय पिता के विरोधी इस मामले के जरिये कैलाश को राजनीतिक तौर पर डैमेज करना चाहते है।
लिहाजा इस मामले को केन्द्रीय नेतृत्व तक मजबूती के साथ पहुंचाया जा रहा है। अब माना जा रहा है कि जल्द ही पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा आकाश विजयवर्गीय पर कोई बड़ा एक्शन ले सकते हैं। विदित है कि इंदौर में जर्जर मकानों को तोड़ने के लिए नगर निगम की टीम अफसर को आकाश ने क्रिकेट के बल्ले से पीटा था। हालांकि इस मामले में बाद में पुलिस ने आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में उन्हें जमानत दे दी गई।