'मम्मी आतंकियों ने डैडी को मार डाला'. हमास की बर्बरता से उजड़ी मासूम बच्चों की दुनिया

By Anshika Tiwari  |  First Published Oct 12, 2023, 6:17 PM IST

Israel-Hamas Conflict: हमास आतंकियों ने इजायरल में नरसंहार किया है। सैकड़ों महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया है। न जानें कितने लोगों को उनके बच्चों के सामने मौत के घाट उतार दिया। जिसे वह ताउम्र भूल नहीं पाएंगे। 

नेशनल डेस्क।  शनिवार को हम घर पर थे। नेशनल हॉलीडे था। चारों तरफ खुशियों का माहौल था। मैं इजरायली फेस्टिवल में शामिल होने के लिए तैयार था। मेरी पत्नी डोरोन हमारी दो बेटियों को लेकर अपनी मां के घर साउथ इजरायल गई थी। मैं पार्टी एंजॉय कर रहा था कि अचानक मेरी पत्नी का फोन आता है। वो कहती है, हमें आतंकवादियों ने घेर लिया है। वह घर के अंदर घुस आए हैं। मैं पत्नी से बेटियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए कहता हूं। सभी लोग एक कमरे में छुप जाते हैं और अचानक से फोन कट जाता है। अभी तक मेरा कोई संपर्क नहीं हो सका है। मुझे बस मेरी पत्नी और बेटियों से मिलवा दो। ये शब्द हैं अरब डूज के जिनकी पत्नी और दो मासूम बेटियों को हमास आतंकी उठा ले गए । 

9 सेकंड के वीडियो ने उजाड़ी दुनिया

अरब डूज कहते हैं बीते तीन दिनों से वह सोए नहीं है। लगातार इजायरली और जर्मन अथॉरिटी से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो हुआ था। जिसमें 9 सेकंड के वीडियो में हमास आतंकियों ने डूज की पत्नी और दोनों बेटियों को अपहरण कर गाजा ले गए। ड्रूज को नहीं पता कि उनकी बेटियां और बीवी कहां है। वह अपनी भावनाओं का वर्णन नहीं कर पा रहे है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटियों की उम्र 5 और 3 साल की है। उन्हें अभी स्कूल के बारे में नहीं पता। उन्होंने कुछ खाया होगा कि नहीं। बिना खाने के वह ज्यादा दिन जिंदा नहीं रह पाएंगी। मैं बस भगवान से उनके लौटने की प्रार्थना कर रहा हूं। 

'मम्मी उन लोगों ने पापा को मार डाला'

इजरायल-हमास के बीच छिड़ा ये युद्ध न जानें कितने बच्चों की जिंदगियां तबाह करेगा। जो मां-बाप उन्हें सराखों पर बिठाकर रखते थे आज वह दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।  ऐसी कहानी है डारिया की जिसके पिता को आतंकियों ने उसकी आंखों के सामने काट डाला। डारिया ने बताया कि वह कंबल में छुपा थी। आतंकियों ने मुझे देखा लेकिन कुछ नहीं किया और वापस चले गए मैंने बस मां को मैसेज किया। उन्होंने मेरे पिता की पार्टनर को भी मार डाला था। इसके बाद आतंकियों ने दीवार पर लिखा कि हम बच्चों की हत्या नहीं करते हैं। डारिया आगे कहती है कि उसे और उसके भाई निताई को बचाने में पिता और उनकी पार्टनर की जान चली गई जिसे वह जिंदगीभर नहीं भूल पाएगी। वहीं उसका भाई निताई रात में उठकर बैठ जाता है। उसे सपने में आतंकवादी दिखाई देते हैं। ऐसी कई कहानियां है जहां बच्चों ने अपनों को खोते देखा है। ये ऐसे जख्म है। जिसकी दवा शायद ही कोई डॉक्टर दे सके। 

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