मध्यप्रदेश सरकार ने भाजपा विधायक एवं खनन के बड़े कारोबारी संजय पाठक को आवंटित कई गई दो लौहे की खदानों को बन्द करने के आदेश दिया है। पिछले तीन दिन से राज्य में सियासी उठापटक जारी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस इसके लिए भाजपा विधायक और कारोबारी संजय पाठक को जिम्मेदार ठहरा रही है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ अब एक्शन में आ गए हैं। कांग्रेस का दावा है कि राज्य में भाजपा आपरेशन कमल चला रही है और इसी बीच कमलनाथ सरकार ने भाजपा विधायक संजय पाठक की लोहे की खदानों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। माना जा रहा है कि राज्य में चल रहे ऑपरेशन लोटस में पाठक की भी अहम भूमिका है।
मध्यप्रदेश सरकार ने भाजपा विधायक एवं खनन के बड़े कारोबारी संजय पाठक को आवंटित कई गई दो लौहे की खदानों को बन्द करने के आदेश दिया है। पिछले तीन दिन से राज्य में सियासी उठापटक जारी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस इसके लिए भाजपा विधायक और कारोबारी संजय पाठक को जिम्मेदार ठहरा रही है। लिहाजा राज्य सरकार के आदेश के बाद संजय पाठक के लोहे के खदानों को बंद करने का आदेश दिया गया है।
कांग्रेस के अंदुरूनी नेताओं का कहना है कि पाठक ने ही विधायकों को सरकार के खिलाफ भड़काया है और उनके लिए चार्टेड प्लेन की व्यवस्था की है। जबलपुर कलेक्टर भरत यादव ने संजय पाठक की मेसर्स निर्मला मिनरल्स को सरकार द्वारा आवंटित लोहे की खदानों को बंद करने आदेश दिया है। हालांकि राज्य सरकार ने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के नियमों का हवाला दिया है। दो दिन पहले ही राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री और राज्य के सीएम कमलनाथ के करीबी जीतू पटवारी ने कहा था कि भाजपा के कुछ विधायक और नेता प्रदेश सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं।
मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए सरकार को 116 विधायकों का समर्थन चाहिए। वर्तमान में दो विधायकों की मृत्यु हो जाने के कारण विधानसभा में विधायकों की संख्या 228 है। विधानसभा में 114 विधायक कांग्रेस के हैं वहीं 107 विधायक भाजपा के हैं। इसके साथ ही विधानसभा में चार निर्दलीय और दो बहुजन समाज पार्टी के विधायक हैं। जबकि एक समाजवादी पार्टी का भी विधायक है। जो सरकार को समर्थन दे रहे हैं।