अलगाववादी जेल में पस्त तो कश्मीरी आवाम है क्रिकेट खेलने में है मस्त

By Team MyNation  |  First Published Aug 22, 2019, 6:34 PM IST

राज्य में मीडिल क्लास तक के स्कूलों को खोल दिया गया है। हालांकि बच्चों की संख्या कम है। लेकिन स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ रही है। घाटी में लोग अब क्रिकेट खेलकर समय व्यतीत कर रहे हैं। यही नहीं राज्य में अब जनता की शिकायतों के लिए एक सेल का गठन किया गया है जिसमें लोग अपनी शिकायतों को दर्जा करा सकते हैं। इस सेल की देखरेख गर्वनर के तहत की जा रही है। केन्द्र सरकार ने राज्य की जेलों में बंद पत्थरबाजों के सरगना और अलगाववादी नेताओं को राज्य से  बाहर उत्तर प्रदेश की जेलों में शिफ्ट कर दिया है। अब इन अलगाववादी नेताओं के हौसले पस्त हैं।

श्रीनगर। केन्द्र सरकार द्वारा पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद अब राज्य के हालत में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अब राज्य के हालात सामान्य होने लगे हैं। लोग भी अब घरों से बाहर निकलकर अपनी दिनचर्या सामान्य बना रहे हैं। राज्य में मीडिल क्लास तक के स्कूलों को खोल दिया गया है। हालांकि बच्चों की संख्या कम है।

लेकिन स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ रही है। घाटी में लोग अब क्रिकेट खेलकर समय व्यतीत कर रहे हैं। यही नहीं राज्य में अब जनता की शिकायतों के लिए एक सेल का गठन किया गया है जिसमें लोग अपनी शिकायतों को दर्जा करा सकते हैं। इस सेल की देखरेख गर्वनर के तहत की जा रही है।

केन्द्र सरकार ने राज्य की जेलों में बंद पत्थरबाजों के सरगना और अलगाववादी नेताओं को राज्य से  बाहर उत्तर प्रदेश की जेलों में शिफ्ट कर दिया है। अब इन अलगाववादी नेताओं के हौसले पस्त हैं। जबकि राज्य की जनता अब क्रिकेट खेलने में मस्त है। जो इस तस्वीर से बयां होती है।

जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने और केंद्र शासित राज्य बनाए जाने के बाद घाटी में हालात सामान्य हो रहे हैं। प्रशासन ने दिन के समय प्रतिबंध में ढील जारी रखी तो युवा चटख धूप में बाहर निकलकर क्रिकेट का लुत्फ उठा रहे हैं। बुधवार को कश्मीर के त्राल जिले में युवाओं ने एक कच्चे-पक्के मैदान में क्रिकेट खेला।

जो काफी दिनों से सुनसान पड़ा था। इन युवाओं के चेहरे पर चमक थी। फिलहाल अब स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां बच्चों के खेलने के लिए प्लेग्राउंड होना चाहिए और स्कूलों में भी बेहतर सुविधाएं होनी चाहिए। क्योंकि राज्य की जनता भी पिछले तीन दशक से आतंकवाद से ऊब चुकी है।

राज्य की जनता इस बात को अच्छी तरह से समझ रही है कि राज्य की सत्ताधारी राजनैतिक दलों ने उनके नाम पर रोटियां सेंकी और अलगाववादियों ने पैसा कमाया। पिछले दिनों केन्द्र सरकार ने तमाम अलगाववादी नेताओं के बच्चों के बारे में बताया था जो विदेशों में पढ़ रहे हैं और ऐशोआराम की जिंदगी बिता रहे हैं।

Locals in TRAL play cricket. (21st August) pic.twitter.com/CFvzmOXMtl

— ANI (@ANI)

कश्मीरी लोगों का कहना है कि उन्हें मोदी सरकार पर पूरा भरोसा है और  नरेंद्र मोदी अच्छे इंसान हैं और वह हमारे लिए काम करेंगे। फिलहाल अब राज्य की जनता की शिकायतों को सुनने के लिए एक सेल बनाया गया है।

जो शुक्रवार से जनता की शिकायतों सुनेगा। यहां पर आकर कोई भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। राज्य के गवर्नर सत्यपाल मलिक के सलाहकार केके शर्मा शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद लोगों से मुलाकात करेंगे।

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