अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुताबिक यहां पर पिछले साल महंगाई दर 9029 फीसदी थी जो अब बढ़कर एक करोड़ फीसदी हो गई है। महंगाई में एक साल के दौरान 1100% से अधिक का इजाफा हुआ है। यही नहीं दो किलो चिकन खरीदने के लिए करीब 1.20 करोड़ बोलीवर्स खर्च करने पड़ रहे हैं। यहां पर लोग काम के बदले पैसे नहीं बल्कि खान का सामान मांग रहे हैं।
नई दिल्ली। आर्थिक तौर पर कमजोर हो चुके वेनेजुएला में हालात काफी खराब हैं। रोजमर्रा के सामान की कीमत आसमान छू रही हैं। क्या आपको मालूम है कि यहां पर टमाटर की कीमत क्या है। जी हम बताते हैं इस देश में एक किलोग्राम टमाटर की कीमत 28 हजार रुपये किलोग्राम है। अगर वहां की करेंसी की बात करें तो यही टमाटर वहां पर 50 लाख बोलीवर्स का बिक रहा है। जबकि चिकन की कीमत करोड़ों में हो गयी है।
राजनैतिक और आर्थिक तौर से जूझ रहे वेनेजुएला में तेल भंडार हैं। इसकी के बलबूते ये दुनिया के धनवान देशों में शुमार थे। लेकिन वर्तमान में यहां के हालात काफी खराब हैं। महंगाई दर सबसे ऊंची है और इसके कारण यहां की मुद्रा का अवमूल्यन भी हो रहा है।
वेनेजुएला की मुद्रा बोलीवर्स का अवमूल्यन लगातार होने के कारण 1 लाख बोलीवर्स की कीमत गिरकर एक बोलीवर्स हो गयी है। मुद्रा में अवमूल्यन का असर पूरी तरह से महंगाई पर पड़ रहा है। यहां पर महंगाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक किलोग्राम टमाटर का भाव यहां पर 28 हजार रुपये से अधिक है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुताबिक यहां पर पिछले साल महंगाई दर 9029 फीसदी थी जो अब बढ़कर एक करोड़ फीसदी हो गई है। महंगाई में एक साल के दौरान 1100% से अधिक का इजाफा हुआ है।
यही नहीं दो किलो चिकन खरीदने के लिए करीब 1.20 करोड़ बोलीवर्स खर्च करने पड़ रहे हैं। यहां पर लोग काम के बदले पैसे नहीं बल्कि खान का सामान मांग रहे हैं। लोग काम के बदले अंडे या फिर केले की मांग कर रहे हैं। यहां पर एक अंडे की कीमत 558 रुपये है। जबकि सब्जियों की कीमत और दूध की कीमत भी हजारों रुपये में है।
असल में वेनेजुएला अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत कम होने का सीधा असर यहां की आर्थिक स्थिति पर पड़ा वहीं राजनैतिक हालात के कारण भी इस देश की आर्थिक व्यवस्था चरमरा गयी है। यहां के राष्ट्रपति निकोलस मादूरो के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। लेकिन वह अपनी कुर्सी नहीं छोड़ रहे हैं। जबकि विपक्ष के नेता गुइदो को अमेरिका समेत कई देशों ने उन्हें राष्ट्रपति के रूप में मान्यता दी है।