दिल्ली चुनाव को लेकर जानें क्यों परेशान हैं सट्टेबाज, केजरीवाल हैं पहली पसंद

By Team MyNation  |  First Published Feb 9, 2020, 12:36 PM IST

राजस्थान का फलौदी दुनियाभर का सबसे बड़ा सट्टा बाजार है। लेकिन इस बार यहां के सट्टेबाज परेशान हैं। क्योंकि दिल्ली को लेकर अच्छा सट्टा नहीं लग रहा है। क्योंकि यहां पर मुकाबला एक तरफा  है। जिसके कारण सट्टे के बाजार  में ज्यादातर भविष्यवाणियां आप की सरकार को लेकर हैं। इस बात को लेकर सट्टेबाज परेशान हैं।

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आठ फरवरी के बाद हुए मतदान को लेकर देशभर के सट्टेबाज परेशान  हैं। क्योंकि एक बार मुकाबला एक बार फिर एकतऱफा दिख रहा है। जिसके कारण मुनाफे की  गुंजाइश कम दिख रही है। हालांकि सीएम के पद के लिए केजरीवाल सट्टेबाजों की पहली पसंद बन हुए हैं।

राजस्थान का फलौदी दुनियाभर का सबसे बड़ा सट्टा बाजार है। लेकिन इस बार यहां के सट्टेबाज परेशान हैं। क्योंकि दिल्ली को लेकर अच्छा सट्टा नहीं लग रहा है। क्योंकि यहां पर मुकाबला एक तरफा  है। जिसके कारण सट्टे के बाजार  में ज्यादातर भविष्यवाणियां आप की सरकार को लेकर हैं। इस बात को लेकर सट्टेबाज परेशान हैं।

हालांकि सभी सट्टेबाजों का मानना है कि इस बार दिल्ली में एक बार फिर आप की सरकार बनेगी और सीएम के पद पर अरविंद केजरीवाल ही बाजी मारेंगे। बाजार का कहना है कि इस बार मुकाबला एक तरफा था। जिसके कारण सटोरी बाजार में नहीं आ रहे हैं। हर कोई इस बाजार में पैसा कमाने को आता है। लेकिन इस बार स्थिति साफ है।

सट्टा बाजार भी एक्जिट पोल की तरह दिल्ली में फिर से आम आदमी पार्टी सरकार के पक्ष में भविष्यवाी कर रही है। राजस्थान के फलौदी और हरियाणा के भिवानी और हांसी सट्टा बाजार के कारोबारियों का कहना है कि आप की दिल्ली में एक बार फिर पूर्ण बहुमत से सरकार बन रही है। हालांकि भाजपा की स्थिति में सुधार होगा और वह 15 सीटें ला सकती हैं। जबकि आप 50 सीटें आसानी से लाएगी। गौरतलब है कि शेयर बाजार की तरह सट्टा बाजार हर दिन खुलता है और हर दिन का भाव लगता है।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र को लेकर भी फलौदी के बाजार में सट्टा लगा है। फलौदी के सट्टेबाजार ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में छह महीने के दौरान उद्धव ठाकरे सरकार गिर जाएगी और राज्य में फिर चुनाव होंगे। जिसमें भाजपा बहुमत से सरकार बनाएगी।

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