जानें क्यों पाकिस्तानी नहीं खरीद रहे हैं कार

By Team MyNation  |  First Published Jul 16, 2019, 7:13 PM IST

पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 8 अरब डॉलर का कर्ज लिया है। इस कर्ज के ऐवज में पाकिस्तान को देश में नए कर थोपने पड़ रहे हैं। जिसका वहां के लोग विरोध कर रहे हैं। शनिवार को ही पाकिस्तान में सभी कारोबारी संगठनों ने बंद का ऐलान किया था।

पाकिस्तान में मंदी की मार वहां के उद्योग पर भी दिखने लगी है। लोगों ने कार खरीदना बंद कर दिया है और अब मंदी का असर वहां के ऑटो उद्योग पर भी देखने को मिल रहा है। वहां पर कई कंपनियों ने अपने संयंत्रों को कुछ समय के लिए बंद करने का फैसला किया है। इस मंदी का असर लोगों के रोजगार पर भी पड़ रहा है। ऑटो उद्योग बंद होने के कारण बेरोजगार लोग सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरने लगे हैं।

पाकिस्तान में महंगे होते पेट्रोल और मंहगाई का असर कार उद्योग पर सीधे तौर पर देखने को मिल रहा है। वहां पर कार बनाने वाली होंडा अटलस कार पाकिस्तान यानी एचएसीपी ने कार उद्योग में आ रही मंदी के कारण दस दिन के लिए अपना संयंत्र बंद कर दिया है। फिलहाल पाकिस्तान में कारों की बिक्री न के बराबर हो रही है।

क्योंकि पेट्रोल के दाम 160 रुपये पाकिस्तानी रूपये तक पहुंच गए हैं। पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 8 अरब डॉलर का कर्ज लिया है। इस कर्ज के ऐवज में पाकिस्तान को देश में नए कर थोपने पड़ रहे हैं। जिसका वहां के लोग विरोध कर रहे हैं।

शनिवार को ही पाकिस्तान में सभी कारोबारी संगठनों ने बंद का ऐलान किया था। हालांकि इमरान खान सरकार ने व्यापारी नेताओं से बातचीत करने की कोशिश की थी। लेकिन उन्होंने बाताचीत से इंकार कर दिया।

पाकिस्तान महंगाई उच्च स्तर पर पहुंच गयी है। आईएमएफ से मिले कर्ज के बाद इमरान सरकार को अपने खर्चों में कटौती करनी पड़ रही है। यही नहीं जनता को दी जा रही छूट को भी सरकार को बंद करना है। जिसका विरोध पाकिस्तान की जनता कर रही है। पाकिस्तान में सब्जियों और खाद्य उत्पादों के भाव आसामान छू रहे हैं।

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