कहते हैं कि राजनीति में कोई किसी का नहीं होता। इसकी सच्चाई गाहे बगाहे चुनावी अखाड़े में देखने को मिलती रहती है। हाल का प्रकरण भी ऐसी ही एक घटना से जुड़ा हैं। जहां कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने ईश्वर से अपने बेटे के चुनाव हारने की कामना की है।
तिरुवनंतपुरम। कहते हैं कि राजनीति में कोई किसी का नहीं होता। इसकी सच्चाई गाहे बगाहे चुनावी अखाड़े में देखने को मिलती रहती है। हाल का प्रकरण भी ऐसी ही एक घटना से जुड़ा हैं। जहां कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने ईश्वर से अपने बेटे के चुनाव हारने की कामना की है। इसके लिए इन्होंने बाकायदा प्रेस कांफेंस भी किया और कहा कि इस चुनाव में उनके बेटे का हारना बहुत जरूरी है, क्योकि वह विपक्षी पार्टी से चुनाव लड़ रहा है।
एंटनी ने कहा कि मैं चाहता हूं कांग्रेस उम्मीदवार जीते
कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता एवं पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी ने मंगलवार को तरुवनंतपुरम में मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें उन्होंन कहा कि उनके बेटे अनिल के एंटनी केरल के पथानामथिट्टा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ रहे हैं ठीक है लेकिन वह चुनाव हारेंगे। एक पिता का बेटे के लिए इस तरह के शब्द पर पत्रकारों ने जब पूर्व रक्षामंत्री को टोका तो उन्होंने कहा कि वह कामना करते हैं कि अनिल हार जाए और उनके प्रतिद्वंदी एंटो एंटनी जो कि दक्षिण केरल निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी को जीत मिले।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बच्चों के बीजेपी में शामिल होने को एके एंटनी ने बताया गलत
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एंटनी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बेटों के बीजेपी ज्वाइन करने को गलत बताया। उन्होंने कहा कि भले ही उनका बेटा बीजेपी में शामिल हो गया है, लेकिन वह अभी भी कांग्रेस में है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमारा धर्म है और मैं अपना धर्म नहीं बदल सकता। आंकड़ों के मुताबिक इस लोकसभा चुनाव से पहले पूरे देश से कांग्रेस के 50 से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं के बच्चे बीजेपी मे ंशामिल हो चुके हैं।
ये भी पढ़ें...
लाेकसभा चुनाव 2024: पश्चिम बंगाल की 3 रिजर्व सीटों पर 10 करोड़पति कैंडीडेट आजमा रहे किस्मत