मलेशिया के मानव संसाधन मंत्री एम कुला सेगराम ने बताया कि एक बैठक के दौरान स्वराज ने नाइक का प्रत्यर्पण जल्दी करने की अपील की।
नई दिल्ली--विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को भारत प्रत्यर्पित करने के मामले में मलेशिया ने अब तक कोई फैसला नहीं किया है और इस मामले पर वहां की अदालत कोई फैसला करेगी।
मलेशिया के एक वरिष्ठ मंत्री ने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को एक बैठक के दौरान यह जानकारी दी। विदेश मंत्री ने यहां एक बैठक में मलेशिया के मंत्री के सामने यह मुद्दा उठाया था।
मलेशिया के मानव संसाधन मंत्री एम कुला सेगराम ने बताया कि एक बैठक के दौरान स्वराज ने नाइक का प्रत्यर्पण जल्दी करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज जाकिर नाइक को लेकर पूछ रही थीं कि क्या मलेशिया से नाइक को प्रत्यर्पित किया जाएगा, ‘‘मैंने कहा कि मलेशिया की सरकार ने अब तक इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है।' इस मामले पर निर्णय करना मलेशिया सरकार ने अदालत पर छोड़ रखा है।
जाकिर नाईक इस्लाम का प्रचारक है सबसे पहले उसका नाम ढाका में हुए आतंकवादी हमलों के बाद आया। ढाका पुलिस ने आरोप लगाया कि एक संदिग्ध हमलावर नाईक से प्रभावित था। इस हमले में एक भारतीय लड़की सहित 22 लोग मारे गए थे।
जाकिर नाइक पर आतंकवाद और मनी लॉन्डरिंग के आरोप हैं। वह जुलाई 2016 में भारत से बाहर चला गया था। विदेश मंत्रालय ने इसी साल जनवरी में मलेशिया से नाइक के प्रत्यर्पण की आधिकारिक अपील की थी।