पश्चिम बंगाल के बर्चवान जिले में रविवार को अज्ञात लोगों ने भाजपा के एक नेता को गोली मार कर उनकी हत्या कर दी। हमले में एक अन्य पार्टी का कार्यकर्ता भी घायल हो गया था।
पश्चिम बंगाल के बर्चवान जिले में रविवार को अज्ञात लोगों ने भाजपा के एक नेता को गोली मार कर उनकी हत्या कर दी। हमले में एक अन्य पार्टी का कार्यकर्ता भी घायल हो गया था।
जिसके बाद कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए बीजेपी ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने के कहा है।
राज्य के भाजपा नेता मुकुल रॉय ने ट्वीट कर के कहा कि केंद्र सरकार द्वारा तुरंत हस्तक्षेप करने के लिए सही समय आ गया है।
Sandip Ghosh, youth and BJP worker from Asansol-Durgapur brutally murdered by goons. There is no democracy in West Bengal.
Time has come for Central government to intervene immediately. pic.twitter.com/UkSBni4Vrm
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि हमला सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा करवाया गया है। केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने आरोप लगाया है कि यह हमला टीएमसी-आश्रय वाले रेत माफिया सैफुल द्वारा करवाया गया है।
सोमवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुप्रियो ने कहा कि आसनसोल हमेशा से माफियों के रडार पर रहा है, साथ ही उनके और टीएमसी नेताओं के बीच हमेशा से गठजोड़ रहा है।
घोष किसी ऐसे ही रेत माफिया के द्वारा मारा था। इस मामले में टीएमसी नेता का नाम भी सामने आया है, लेकिन जैसा कि मैं जानता हूं, इस मामले में गिरफ्तारी नहीं होगी और न ही कोई एसआईटी जांच होगी। राज्य की सुरक्षा व्यवस्था बदहाल है और वह दिल्ली में अपने प्रधानमंत्री बनने के सपने देख रही है।
हालांकि टीएमसी ने इस हत्या में किसी भी तरह की भागीदारी से इंकार कर दिया है।
मृतक की पहचान भाजपा के बूथ अध्यक्ष संदीप घोष के रूप में हुई है। घायल की पहचान पार्टी कार्यकर्ता जयदीप बनर्जी के रूप में हुई है। जयदीप का दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह दोनों बीजेपी के सदस्य एक मीटिंग से घर लौट रहे थे तभी अज्ञात गुंडों ने उन पर हमला कर दिया।
यह राज्य में राजनीतिक हत्याओं की पहली घटना नहीं है। इससे पहले त्रिलोलोचन महतो और दुलाल कुमार दोनों बीजेपी कार्यकर्ता पुरुलिया में कथित तौर पर टीएमसी द्वारा मारे गए थे।
टीएमसी का एक कार्यकर्ता गुरुपद महतो को बंगाल के बांकुरा जिले में एक पेड़ से लटका पाया गया था और जिसका आरोप भाजपा के उपर लगाया गया था।