राजधानी लखनऊ से सटे सीतापुर जिले में आदमखोर कुत्तों का आंतक फिर शुरू हो गया है। आदमखोर कुत्तों ने एक पांच साल के मासूम बच्चे को नोंच-नोंचकर मार डाला। इस घटना के बाद इस इलाके में भय व्याप्त हो गया है।
नई दिल्ली/लखनऊ
राजधानी लखनऊ से सटे सीतापुर जिले में आदमखोर कुत्तों का आंतक फिर शुरू हो गया है। आदमखोर कुत्तों ने एक पांच साल के मासूम बच्चे को नोंच-नोंचकर मार डाला। इस घटना के बाद इस इलाके में भय व्याप्त हो गया है। एक साल पहले ही जिले में आदमखोर कुत्तों का आंतक बहुत बढ़ गया था और कुत्तों ने करीब आधा दर्जन से ज्यादा बच्चों को अपना शिकार बनाया था।
जिले में आदमखोर कुत्तों का आंतक फिर से शुरू हो गया है। एक साल बाद आदमखोर कुत्तों की आमद से जिले में फिर दहशत का माहौल पैदा हो गया है। नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड सुन्दौली के मोहल्ला बेहटी में खेत की मेड़ पर बैठे पांच वर्षीय बच्चे को कुत्तों ने नोच कर मौत के घाट के उतार दिया। घटना के बाद लोगों में कुत्तों को लेकर भय व्याप्त हो गया है। बेहटी निवासी रामनाथ अपने पांच वर्षीय पुत्र प्रियांशु को खेत लेकर गया था। बेटे को खेत की मेड़ पर बैठाकर रामनाथ खेत में मेंथा लगाने के काम में लग गया। इसी बीच वह पानी लेने खेत से थोड़ी दूर चला गया, तभी खेत की मेड़ पर बैठे प्रियांशु पर आधा दर्जन से अधिक कुत्तों ने हमला बोल दिया। प्रियांशु की चीख- पुकार सुनकर जब तक लोग दौड़कर उसके पास पहुंचते, तब तक कुत्ते प्रियांशु को बुरी तरह से घायल कर चुके थे।
घायल प्रियांशु ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस इलाके में कुत्तों को खोजा जा रहा है। ताकि वह किसी दूसरी घटना को अंजाम न दे सकें। पिछले साल ही जिले में आदमखोर कुत्तों का आंतक इस कदर बढ़ गया था कि बच्चों का घरों से निकलना बंद हो गया और लोगों ने कुत्तों का मारना शुरू कर दिया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने कुत्तों के इस व्यवहार के लिए बरेली से पशु चिकित्सकों की एक टीम को बुलाया था। ताकि कुत्तों में आ रहे इस बदलाव पर अध्ययन किया जा सके। इस दौरान यहां पर स्थानीय लोगों ने सैकड़ों कुत्तों को मार दिया था।