गोवा के दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर अपनी सादगी के लिए जाने जाते थे। वह आईआईटी मुंबई से स्नातक थे और वह हवाई यात्राओं के दौरान अकसर इकोनॉमी क्लास में सफर करते थे और मुख्यमंत्री रहते हुए वह कम से कम स्कार्ट का प्रयोग करते थे। पर्रिकर ने 17 मार्च की शाम को अंतिम सांस ली।
गोवा के दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर अपनी सादगी के लिए जाने जाते थे। वह आईआईटी मुंबई से स्नातक थे और वह हवाई यात्राओं के दौरान अकसर इकोनॉमी क्लास में सफर करते थे और मुख्यमंत्री रहते हुए वह कम से कम स्कार्ट का प्रयोग करते थे। पर्रिकर ने 17 मार्च की शाम को अंतिम सांस ली।
1-मनोहर पर्रिकर अकसर पैंट के साथ हार्फ शर्ट पहनते थे ये उनका स्टाइल बन गया था और वह साधारण जूते या चप्पल पहनते थे। यहां तक कि अपने बेटे अभिजित की शादी में उन्हें इसी तरह के कपड़े पहने हुए थे।
2-मनोहर पर्रिकर गोवा में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री थे और उनका पूरा नाम मनोहर गोपालकृष्ण पर्रिकर था।
3-मनोहर पर्रिकर ने कभी सरकारी सुविधाओं का फायदा नहीं उठाया। यहां तक मुख्यमंत्री बनने क बाद वह अपने घर में सादगी के साथ रहते थे और वह अपनी ही इनोवा गाड़ी का प्रयोग किया करते थे।
4-इस इस बात के लिए मशहूर थे कि जब भी वह गोवा से बाहर जाते हैं तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट या रिक्शा का इस्तेमाल करते हैं।
5-मनोहर पार्रिकर हमेशा ही अपनी हवाई यात्राओं के दौरान इकोनॉमी क्लास में सफर किया करते थे और इसका किराया भी अपनी जेब से देते थे। वह कभी वीवीआईपी नेताओं की तरह व्यवहार नहीं करते थे।
6-वह देश के पहले एक ऐसे मुख्यमंत्री जो आईआईटी थे। इससे पहले देश में कोई भी मुख्यमंत्री आईआईटी स्नातक नहीं था। वह पहले विधायक थे जो आईआईटी थे।
7-दिवंगत भाजपा नेता ने अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री आईआईटी मुंबई से ली थी और उनकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान उसके कमरे में पार्टनर नंदन नीलकर्णी थे। उन्होंने 1978 में धातुकर्म में इंजीनियरिंग की थी।
8-उन्हें गोवा में मिस्टर क्लीन के तौर पर जाना जाता है क्योंकि उन्होंने गोवा में अवैध खनन को बंद कर दिया था और कई अवैध खनन के लाइसेंस रद्द कर दिये थे। उन्होंने भ्रष्टाचार से कभी समझौता नहीं किया और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहिम को अंजाम तक पहुंचाया है।
9-वह संघ से बहुत प्यार करते थे और भगवा को स्थापित करने में उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के साथ कार्य किया और वह पीएम मोदी के करीबी माने जाते थे।
10-वह पीएम नरेन्द्र मोदी की तरफ काम में डूबे रहते थे और वह रोजाना 16 से 18 घंटे कार्य करते थे।
11-मनोहर पार्रिकर पहली बार संघ के संपर्क में तब आये जब वह संघ के लिए पवई हास्टल का कार्य देखते थे। संघ ने नितिन गडकरी को भाजपा अध्यक्ष बनाने से पहले उन्हें इस पद के लिए चुना था।