#MeToo मूवमेंट में एक के बाद एक नए नाम सामने आ रहे हैं जिन्होंने अपने पद और पावर का इस्तेमाल करते हुए सहकर्मियों, साथियों, जूनियर्स, ट्रेनी का उत्पीड़न किया। अब इसमें एक नया नाम पत्रकार विनोद दुआ का जुड़ गया है।
नई दिल्ली-- #MeToo मूवमेंट में एक के बाद एक नए नाम सामने आ रहे हैं जिन्होंने अपने पद और पावर का इस्तेमाल करते हुए सहकर्मियों, साथियों, जूनियर्स, ट्रेनी का उत्पीड़न किया। अब इसमें एक नया नाम पत्रकार विनोद दुआ का जुड़ गया है। विनोद दुआ पर सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप लगे हैं। पत्रकार विनोद दुआ पर फिल्ममेकर निष्ठा जैन ने सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाया है।
निष्ठा जैन ने साल 1989 का जिक्र करते हुए विनोद दुआ पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। जैन ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि उस वक्त वे जामिया मास कम्यूनिकेशन सेंटर से ग्रेजुएट की थीं। इस दौरान वे इंटरव्यू के लिए विनोद दुआ के पास गई। यह इंटरव्यू एक नए शो के लिए होना था जो पॉलिटिकल सटायर था। निष्ठा जैन का आऱोप है कि वे इंटरव्यू के लिए बैठीं तभी विनोद दुआ ने एक सेक्सु्अल जोक बोल दिया जिससे वह अनकंफर्टेबल महसूस करने लगीं और उन्हें गुस्सा भी आया।
निष्ठा ने बताया विनोद दुआ ने उनसे सैलरी एक्सपेट्स के बारे में पूछा तो उन्होंने 5000 रुपया बताया जो कि उस दौर में सभी फ्रेशर्स उम्मीद रखते थे। पांच हजार रुपये का नाम सुनते ही विनोद दुआ भड़क उठे और बोले- “तुम्हारी औकात क्या है?” निष्ठा जैन ने कहा कि इस अपमान के बाद मैंने नौकरी छोड़ दी।
निष्ठा जैन ने लिखा है कि जब मै देर तक काम करती थी। एक दिन विनोद दुआ ने मुझे पार्किंग के पास देख लिया। मुझे देखकर उन्होंने कार में आने के लिए कहा। मुझे लगा कि वे अपनी गलती के लिए माफी मांगेंगे इसलिए मैं कार में बैठ गई। लेकिन इसके बाद विनोद दुआ के चेहरे से ऐसा लगा कि वे मुझे देखकर लार टपका रहे हैं। मैं तुरंत कार से बाहर आई और ऑफिस की तरफ भागी। इसके बाद एक बार फिर विनोद दुआ ने मुझे पार्किंग के पास देख लिया लेकिन वो उन्हें अवॉइड करने में कामयाब रहीं।