मैटरीमोनियल साइट के जरिए हुई शादी, पति ने दोस्तों के साथ मिल कर की हत्या, पुलिस ने गड्ढा खोद निकाला शव

Sep 16, 2018, 4:15 PM IST

शादी डॉट कॉम के माध्यम से शादी करना एक युवति को महंगा पड़ गया। शादी के बाद पति अपने पत्नी को प्रताड़ित करने लगा और मतलब निकलने पर करीब चार साल बाद अपने दो साथियों के साथ मिलकर अपनी पत्नी की हत्या करवा दी। हत्या के बाद दोस्तों ने शव को बड़ी औद्योगिक क्षेत्र फेस-3 में गड्ढा खोद कर जमीन में दबा दिया। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पति के दोनों साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

 

दोनों आरोपियों ने हत्या का आरोप कबूल करते हुए बताया कि उन्होंने दो महीने पहले अपने दोस्त की पत्नी की हत्या कर उसका शव बड़ी औद्योगिक क्षेत्र फेस 3 में पड़ी खाली जमीन में गड्ढा खोद कर दबा दिया। मृतका सुरक्षा (31) सोनीपत के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में अपने पति राजीव व सास दनवंती के साथ रहती थी।  सीआईए पुलिस दोनों आरोपित सोनीपत के महलाना निवासी दीपक व गोहाना के गोकुल नगर निवासी सुमित की निशानदेही पर मौके पर पहुंची और एसडीएम गन्नौर सुरेंद्रपाल की मौजूदगी में जेसीबी के सहायता से गड्ढा खोद कर शव को बाहर निकलवाया। महिला का शव पूरी तरह से क्षत विक्षत हालत में मिला।


पुलिस ने एफएसएल टीम को मौके पर बुला कर नमूने एकत्रित करवाए और शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। फिलहाल पुलिस हत्या के मुख्य आरोपित मृतका के पति राजीव की तलाश में जुटी हुई है।


रोहतक की देव कालोनी निवासी मृतका सुरक्षा के पिता रवि राणा ने बताया कि करीब पांच साल पहले शादी डाट काम पर उनकी बेटी सुरक्षा सोनीपत के हाउंसिग बोर्ड कालोनी निवासी राजीव के संपर्क में आई थी। इस समय राजीव ने उन्हें बताया था कि उसने अहमदाबाद की निरमा युनिवर्सिटी से बीएससी कर रखी है और वह  एक अच्छी कंपनी में नौकरी कर रहा है। जिसके बाद फरवरी 2014 में उन्होंने अपनी बेटी का रिश्ता राजीव के साथ तय कर दिया। लेकिन कुछ दिन बाद उन्हें पता चला कि राजीव किसी मामले में सीबाआई के हत्थे चढ़ गया है और वह तिहाड़ जेल में बंद है। जिसके बाद उन्होंने रिश्ता तोड़ दिया था, लेकिन उसकी बेटी ने उनके खिलाफ जाकर 4 जुलाई 2014 को राजीव से दिल्ली के एक आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। 


शादी के बाद से ही उसके राजीव उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगा। वह उसके साथ मारपीट करता था और उसकी बेटी का सारा वेतन अपने पास रख लेता था। जिस कारण उसकी बेटी वर्ष 2015 में वापिस घर लौट आई और गुडगांव में एक कंपनी में नौकरी करने लगी। इस बीच उन्होंने महिला आयोग को भी मामले की शिकायत दी, लेकिन 2016 में उसके राजीव उसे समझा बुझा कर वापिस घर ले आया। 


कुछ महीने बीत जाने के बाद राजीव पत्नी सुरक्षा को फिर से प्रताड़ित करने लगा। परिजनों ने बताया कि 19 जुलाई 2018 को राजीव के मौसा सुभाष ने उन्हें सूचना दी कि उनकी बेटी लापता हो गई है। जिसके बाद उन्होंने 20 जुलाई को सोनीपत के सिविल लाईन थाना में मामले की शिकायत दी। जिसमें उन्होंने राजीव व उसके परिजनों पर उसकी बेटी को जानबूझ कर छिपा कर रखने का आरोप लगाया। इस पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। 

 

जानकारी देते हुए सीआईए स्टाफ के एएसआई रमेश खत्री ने बताया कि उन्हें सुरक्षा के लापता होने की शिकायत मिली थी। शिकायत में सुरक्षा के पिता ने उसके सुसराल पक्ष पर आरोप लगाए थे। कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के पति राजीव के दोस्त महलाना निवासी दीपक व गोहाना के गोकुल नगर निवासी सुमित के नाम सामने आए। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपितों ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि उन्होंने राजीव के साथ मिल कर 14 जुलाई की रात को सुरक्षा की हत्या कर दी थी।