प्रधानमंत्री ने कहा कि इसीलिये राफेल नाम का 'झूठ का पुलिंदा' तैयार किया गया। कल ही नामदार (राहुल) ने फिर स्वीकार किया है कि इस पूरे अभियान का उनका एकमात्र लक्ष्य मोदी की छवि खराब करना है। उन्होंने कहा 'मोदी पांच दशक तक बिना रुके—थके सिर्फ और सिर्फ भारत माता के लिये जिया है। टीवी स्क्रीन पर गालियां देकर 50 साल की मोदी की तपस्या को तुम धूल में नहीं मिला सकते।'
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर राफेल मुद्दे को लेकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए इस बहाने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी पर तंज किया और कहा कि 'मिस्टर क्लीन' का जीवनकाल 'भ्रष्टाचारी नम्बर वन' के रूप में समाप्त हुआ था।
मोदी ने प्रतापगढ़ और बस्ती में राजग प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित रैलियों में कहा कि राहुल गांधी ने एक साक्षात्कार में स्वीकार किया है कि वह मोदी से तब तक नहीं जीत सकते, जब तक मोदी की मेहनत, ईमानदारी और भारत भक्ति पर दाग नहीं लगाते।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसीलिये राफेल नाम का 'झूठ का पुलिंदा' तैयार किया गया। कल ही नामदार (राहुल) ने फिर स्वीकार किया है कि इस पूरे अभियान का उनका एकमात्र लक्ष्य मोदी की छवि खराब करना है। उन्होंने कहा 'मोदी पांच दशक तक बिना रुके—थके सिर्फ और सिर्फ भारत माता के लिये जिया है। टीवी स्क्रीन पर गालियां देकर 50 साल की मोदी की तपस्या को तुम धूल में नहीं मिला सकते।'
मोदी ने राहुल के दिवंगत पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिये बगैर कहा 'आपके पिताजी को आपके राज दरबारियों ने गाजे—बाजे के साथ मिस्टर क्लीन बना दिया था। लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नम्बर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया। नामदार यह अहंकार आपको खा जाएगा। ये देश गलतियां माफ करता है, मगर धोखेबाजी को कभी माफ नहीं करता।'
मोदी ने कांग्रेस पर हमले जारी रखते हुए कहा कि जो पार्टी पहले चरण के मतदान से पहले खुद को प्रधानमंत्री पद की दावेदार बता रही थी, वह अब मानने लगी है कि हम तो उत्तर प्रदेश में सिर्फ वोट काटने के लिये चुनाव लड़ रहे हैं। इस 'वोट कटवा' कांग्रेस का कितना पतन हो गया है, यह इसका जीता जागता सबूत है।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पर अमेठी में किसानों की जमीन हड़पने का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस के नामदार किसानों की जमीन को ट्रस्ट के नाम पर कब्जा करके उसे हड़प लेते हैं। किसानों से फैक्ट्री के नाम पर जमीन लेकर उस पर अपने लिये नोटों की खेती करते हैं। यहां अमेठी में तो यही हुआ था ना।
मोदी ने कहा कि आज सुबह ही मैं पढ़ रहा था कि कांग्रेस की सरकार के वक्त राहुल के कारोबारी साझीदार को कैसे रक्षा सौदों में शामिल किया गया था। मीडिया में आयी रिपोर्ट बहुत से सवाल खड़े कर रही है। जब सवाल उठता है तो वे लोग जांच कराने की बात करते हैं मगर तमाम नोटिस के बावजूद जांच अधिकरण में पेश नहीं होते। ऐसे मामलों में एक नागरिक के कर्तव्य के रूप में 'यह परिवार' कोई सहयोग नहीं करता है।
मोदी ने सपा—बसपा महागठबंधन पर तंज करते हुए कहा कि ये दोनों दल अपने—अपने मतदाताओं को एक—दूसरे के पास ऐसे भेज रहे हैं, जैसे कि बैंक खाते में पैसे 'ट्रांसफर' किये जाते हैं। ये लोग जातियों, समूहों की खरीद बिक्री कर रहे हैं, मगर इस बार लोगों को जमीर जग चुका है। आज जो लोग 'पहले आप, पहले आप' कह रहे हैं वो 23 मई को कहेंगे 'आप कौन'।
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि अब यह साफ हो चुका है कि सपा ने गठबंधन के बहाने प्रधानमंत्री पद का ख्वाब दिखाकर मायावती का तो चालाकी से फायदा उठा लिया। मगर अब 'बहन जी' को समझ आया गया है कि सपा और कांग्रेस ने मिलकर बहुत बड़ा खेल खेला है।
उन्होंने कहा कि बहनजी अब खुलेआम कांग्रेस की आलोचना करती हैं, लेकिन दूसरी तरफ बहनजी के साथ गठबंधन करने वाली सपा अपने निजी स्वार्थ के लिये पूरी तरह कांग्रेस के मुद्दे पर चुप है। कांग्रेस के नेता तो खुशी—खुशी सपा की रैलियों में मंच साझा कर रहे हैं। इन लोगों ने बहनजी को ऐसा धोखा इन लोगों ने दिया है कि उन्हें भी समझ नहीं आ रहा है।
मोदी ने कहा कि आज तो आतंकवादी और उनके आका मोदी को हटाने के लये दुआएं मांग रहे हैं। लेकिन देश कह रहा है कि फिर एक बार मोदी सरकार।
उन्होंने कहा कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बहुत बड़ी सफलता मिली है। हमारे जवानों का खून बहाने वाले पाकिस्तान में जाकर सहारा लेने वाले मसूद अजहर को दुनिया की सबसे बड़ी संस्था ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया है। अब पाकिस्तान को या तो दिवालिया होने के लिये तैयार रहना पड़ेगा, या फिर अजहर जैसे आतंकवादियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई करने के लिये मजबूर होना पड़ेगा।
मोदी ने कहा कि लेकिन इससे सपा, बसपा की नींद हराम हो गयी है। बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया है कि उनकी सरकारों के दौरान हिंसक वारदात कम होती थीं लेकिन मई 2007 में गोरखपुर के गोलघर में सिलसिलेवार बम धमाके, छह महीने बाद ही अयोध्या, वाराणसी और लखनऊ की कचहरियों में सिलसिलेवार बम विस्फोट और 2008 में रामपुर में सीआरपीएफ कैम्प पर हमले की वारदात मायावती की ही सरकार में हुई थीं।