राज्यसभा के सभापति का चुनाव दिलचस्प हो गया है। क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक को फोन कर राज्यसभा के उपसभापति चुनाव के लिए समर्थन मांगा है। हालांकि पिछले बार चुनाव में बीजेडी ने एनडीए प्रत्याशी को समर्थन दिया था।
नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच सोमवार से संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है और इस सत्र के पहले ही दिन राज्यसभा उपसभापति पद के लिए चुनाव होना है। इसके लिए एनडीए ने जनता दल यूनाइटेड के सांसद हरिवंश नारायण सिंह को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि अभी तक विपक्ष अपने प्रत्याशी के नाम को फाइनल नहीं कर सका है। जबकि आज इसके लिए आखिरी दिन है। असल में सोनिया गांधी की अगुवाई वाले यूपीए ने संयुक्त विपक्ष के प्रत्याशी को उतारने का फैसला किया है। ताकि एनडीए को हराया जा सके। वहीं बिहार के सीएम और जनता यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार ने ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से हरिवंश के लिए समर्थन मांगा है।
राज्यसभा के सभापति का चुनाव दिलचस्प हो गया है। क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक को फोन कर राज्यसभा के उपसभापति चुनाव के लिए समर्थन मांगा है। हालांकि पिछले बार चुनाव में बीजेडी ने एनडीए प्रत्याशी को समर्थन दिया था। जबकि उस वक्त कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी उतारा था। हालांकि इस बार कांग्रेस ने दांव खेला है और संयुक्त विपक्ष का प्रत्याशी मैदान में उतारा है। ताकि राज्यसभा में एनडीए सरकार को समर्थन दे रहे सियासी दल विपक्ष के नाम पर एकजुट हो सकें। वहीं राज्यसभा में बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस एनडीए सरकार को मुद्दों के आधार पर समर्थन देते आए हैं।
वहीं नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी ने पिछली बार हरिवंश का समर्थन किया था, लेकिन इस बार उन्होंने समर्थन को लेकर कुछ नहीं कहा है। राज्यसभा में एनडीए के पास बहुमत का आंकड़ा है और उसे महज 10 सदस्यों की जरूरत है। जबकि कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए के पास महज 70 सदस्यों का समर्थन है। लिहाजा उसे 56 सदस्यों के समर्थन की जरूरत है। वहीं यूपीए ने पहले डीएमके के तिरुची शिवा को खड़ा करने की बात कही थी लेकिन अब राजद नेता और सांसद मनोज झा का नाम तेजी से चल रहा है।