दोनों ही अधिकारी भारत और विदेश में कई सफल खुफिया ऑपरेशन को अंजाम दे चुके हैं। दोनों को इस साल के अंत में सेवानिवृत्त होना था लेकिन सरकार ने उन्हें छह महीने का सेवा विस्तार दे दिया। अब यह तय है कि दोनों शीर्ष खुफिया अधिकारी अगले साल होने वाले आम चुनावों तक अपने-अपने पद पर बने रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी खुफिया टीम को सेवा विस्तार देने का फैसला किया है। शुक्रवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की नियुक्ति समिति की बैठक के बाद खुफिया ब्यूरो (आईबी) के निदेशक राजीव जैन और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के मुखिया एके धस्माना को छह महीने के सेवा विस्तार दे दिया गया। धस्माना अगस्ता वेस्टलैंड मामले के कथित दलाल क्रिश्चियन मिशेल के भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में शामिल थे। उनकी टीम ने इस प्रत्यर्पण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दोनों ही अधिकारी भारत और विदेश में कई सफल खुफिया ऑपरेशन को अंजाम दे चुके हैं। दोनों को इस साल के अंत में सेवानिवृत्त होना था लेकिन सरकार ने उन्हें छह महीने का सेवा विस्तार दे दिया। अब यह तय है कि दोनों शीर्ष खुफिया अधिकारी अगले साल होने वाले आम चुनावों तक अपने-अपने पद पर बने रहेंगे।
धस्माना 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और उन्हें आतंकवाद रोधी और इस्लामिक मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। उन्हें ऐसे देशों जैसे पाकिस्तान, अफगानिस्तान आदि का काफी अनुभव है, जिनसे भारत की सुरक्षा का सीधा संबंध है। वह यूरोप डेस्क पर भी काफी समय तक काम कर चुके हैं।
वहीं जैन 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी और धस्माना के सीनियर हैं। वह इस समय देश के सबसे वरिष्ठ नौकरशाहों में से एक हैं। वह कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। वह कश्मीर में एनडीए सरकार के वार्ताकार केसी पंत का सलाहकार भी रहे हैं। उनसे समय में अलगाववादी नेता शब्बीर शाह से वार्ता हुई थी।