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हिरासत में महबूबा पर चढ़ बैठे उमर, सुरक्षा अफसरों ने किया अलग-अलग

Published : Aug 12, 2019, 08:23 AM ISTUpdated : Aug 12, 2019, 01:22 PM IST
हिरासत में महबूबा पर चढ़ बैठे उमर, सुरक्षा अफसरों ने किया अलग-अलग

सार

राजनैतिक तौर पर धुर विरोधी उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से केन्द्र सरकार के आदेश के बाद हरि निवास महल में हिरासत में रखा गया था। हालांकि यहां पर उन्हें सभी तरह की सहूलियतें दी जा रही हैं। लेकिन हिरासत में दोनों नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। 

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हिरासत में लिए गए नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुला और पीडीपी की नेता  महबूबा मुफ्ती आपस में ही उलझे हुए हैं। दोनों हिरासत में हैं एक दूसरे से लड़ रहे हैं। कश्मीर के मौजूदा हालत के लिए दोनों एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहा है। हालांकि दोनों की लड़ाई का वहां पर मौजूद अफसर जरूर लुत्फ उठा रहे थे लेकिन बाद में दोनों को अलग अलग रखा गया है।

राजनैतिक तौर पर धुर विरोधी उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से केन्द्र सरकार के आदेश के बाद हरि निवास महल में हिरासत में रखा गया था। हालांकि यहां पर उन्हें सभी तरह की सहूलियतें दी जा रही हैं। लेकिन हिरासत में दोनों नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।

महबूबा इसके लिए उमर अब्दुल्ला के दादा पर आरोप लगा रही हैं तो उमर महबूबा से राज्य में भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए उसे जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। वहां पर मौजूद पुलिस अफसरों के मुताबिक हिरासत के दौरान ही दोनों नेताओं के बीच विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि उन्हें अलग करना पड़ा। वहां पर मौजूद के मुताबिक महबूबा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस उपाध्यक्ष उमर को जमकर जवाब दिए।

वहीं उमर ने महबूबा के पिता दिवंगत पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद पर भाजपा के साथ राज्य में दो बार गठबंधन बनाने का ताना मारा और कहा इसके बाद से राज्य में भाजपा की ताकत बढ़ी है तों महबूबा ने कश्मीर की समस्याओं के लिए उमर के दादा पर आरोप लगाए।

वहीं महबूबा ने उमर से कहा कि उनके पिता भी एनडीए गठबंधन सरकार में अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्री रह चुके हैं। महबूबा ने उमर के दादा शेख अब्दुल्ला को भी 1947 में जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया। 

जब दोनों में जुबानी लड़ाई चरम पर पहुंच गई तो दोनों नेताओं को अलग अलग रखने का फैसला किया गया। इसके बाद उमर को महादेव पहाड़ी के पास चेश्माशाही में वन विभाग के भवन में रखा गया है जबकि महबूबा हरि निवास महल में ही हैं। जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच झगड़े से पहले उमर हरि निवास की नीचे के तल पर थे जबकि महबूबा पहली मंजिल पर हिरासत में रखी गई थी। 

जेल के नियम लागू हैं दोनों नेताओं पर

हिरासत में लिए दोनों नेताओं को जेल के नियमों के तहत की रखा गया है। बस अंतर ये है कि जेल में उन्हें अन्य कैदियों के साथ रखा जाता जबकि यहां पर दोनों को कई तरह की सुविधाएं देकर हिरासत में रखा गया है। 

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