लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव की अगुवाई में जो दुर्गति हुई है। पार्टी राज्य में एक भी लोकसभा की सीट नहीं जीत पायी है। यहां तक कि तेजस्वी की बहन मीसा भारती भी पाटलीपुत्र से लोकसभा का चुनाव हार गई थी। हार के बाद से तेजस्वी ने पार्टी की बैठकों से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। वह सोशल मीडिया में कुछ-कुछ समय बाद सक्रिय दिखाई देते हैं। लेकिन पार्टी की बैठकों से नदारद रहते हैं।
पटना। लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल को मिली करारी हार के बाद पार्टी के नेता तेजस्वी यादव एक तरह से कोप भवन में चल गए हैं। लिहाजा पार्टी के भीतर चर्चा है कि तेजस्वी 16 अगस्त को पार्टी की बैठक में हिस्सा लेकर कार्यकर्ताओं में अगले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए जोश भरेंगे। जबकि लोकसभा चुनाव के बाद तेजस्वी ने पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बनाकर रखी है।
लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव की अगुवाई में जो दुर्गति हुई है। पार्टी राज्य में एक भी लोकसभा की सीट नहीं जीत पायी है। यहां तक कि तेजस्वी की बहन मीसा भारती भी पाटलीपुत्र से लोकसभा का चुनाव हार गई थी। हार के बाद से तेजस्वी ने पार्टी की बैठकों से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। वह सोशल मीडिया में कुछ-कुछ समय बाद सक्रिय दिखाई देते हैं। लेकिन पार्टी की बैठकों से नदारद रहते हैं।
पिछले दिनों उन्होंने कई दिनों को बाद चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि अब वह बिहार सरकार के खिलाफ आंदोलन कर पार्टी को मजबूत करेंगे। लेकिन वह फिर गायब हो गए। पिछले महीने उन्होंने पटना में हुए पार्टी के स्थापना दिवस से दूरी बनाकर भी रखी थी। लेकिन बाद में पार्टी के बड़े नेता रघुवंश प्रसाद और शिवानंद तिवारी के मनाने के बाद वह राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल हुए।
इस बैठक में पार्टी ने तेजस्वी को पार्टी का मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया था। लेकिन इसके बाद फिर तेजस्वी गायब हो गए। जबकि बैठक में ये तय हुआ था कि पार्टी सदस्यता अभियान शुरू करेगी और गांवों के स्तर तक होने वाले इस अभियान में बड़े नेता हिस्सा लेंगे। लेकिन इसके बाद से ही तेजस्वी फिर गायब हो गए। यही नहीं तेजस्वी पार्टी कार्यालय में हुए सदस्यता अभियान में भी नहीं दिखे।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन की रैलियों से भी तेजस्वी ने लगातार दूरी बनाकर रखी। यहां तक कि वह राहुल गांधी की रैलियों में शामिल नहीं हुए। जिसका परिणाम लोकसभा चुनाव में देखने को मिला। फिलहाल पार्टी के मुख्यमंत्री का चेहरा होने के बाद तेजस्वी किस बात से नाराज हैं। इसके बारे में कोई नहीं बता पा रहा है। हालांकि पार्टी नेताओं का कहना है कि तेजस्वी में मुख्यमंत्री बनने का दम है और वह जल्द ही पार्टी को राज्य में जदयू और भाजपा गठबंधन के सामने मजबूत के साथ खड़ा करेंगे।
फिलहाल 16 अगस्त को ये बैठक राबड़ी देवी के आवास पर होने जा रही है और इसमें पार्टी के सभी 79 विधायकों के साथ ही चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशी, जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी मौजूद रहेंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि राबड़ी ने इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए तेजस्वी समेत यादव परिवार के सभी लोगों को बुलाया है।