मालदीव में दुनिया के सामने बेइज्जत हुआ पाकिस्तान, भारत के जवाब से तिलमिला उठा नापाक

By Team MyNationFirst Published Sep 1, 2019, 7:49 PM IST
Highlights

असल में आज मालदीव में हो रहे चौथे साउथ एशियन स्पीकर्स सम्मेलन में  पाकिस्तान के प्रतिनिधियों ने फिर कश्मीर का राग अलापा। जबकि इस मंच पर इसको उठाने का कोई मतलब नहीं थी। इस मामले को उठाने के बाद भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आपत्ति जताते हुए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने पाकिस्तान को आईना दिखाया। उन्होंने साफ कहा कि जिस देश में बड़े पैमाने पर अपने ही लोगों का नरसंहार किया हो, उसे कश्मीर पर एक भी शब्द बोलने का नैतिक अधिकार ही नहीं है। हरिवंश ने पाकिस्तान को सीमापार आतंकवाद बंद करने की भी नसीहत दी। 

नई दिल्ली। पाकिस्तान आज पहली बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर मालदीप में दुनिया के सामने बेइज्जत हुआ है। पाकिस्तान आज भारत के जवाब से तिलमिला उठा। क्योंकि जिस मंच पर इस मामले को नहीं उठाया जाना चाहिए था वहां पर पाकिस्तान ने इस मामले को उठाया और मुंह की खानी पड़ी। इसके बाद भारत के करारे जवाब से पाकिस्तान तिलमिला गया और भारत के जवाब के दौरान इसमें दखल देने की कोशिश की। पाकिस्तान की बेइज्जती उस वक्त और ज्यादा हुई जब मालदीप की संसद के स्पीकर को कहना पड़ा कि इस मंच पर द्विपक्षीय मामले को नहीं उठाया जाएगा।

कश्मीर के मुद्दे पर पूरी दुनिया में अलग-थलग पड़ चुका पाकिस्तान अभी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। मालदीव की संसद में एक अतंरराष्ट्रीय सम्मेलन में कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत ने उसे जोरदार जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकियों का पनाहगाह है।
असल में आज मालदीव में हो रहे चौथे साउथ एशियन स्पीकर्स सम्मेलन में  पाकिस्तान के प्रतिनिधियों ने फिर कश्मीर का राग अलापा। जबकि इस मंच पर इसको उठाने का कोई मतलब नहीं थी।

इस मामले को उठाने के बाद भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आपत्ति जताते हुए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने पाकिस्तान को आईना दिखाया। उन्होंने साफ कहा कि जिस देश में बड़े पैमाने पर अपने ही लोगों का नरसंहार किया हो, उसे कश्मीर पर एक भी शब्द बोलने का नैतिक अधिकार ही नहीं है। हरिवंश ने पाकिस्तान को सीमापार आतंकवाद बंद करने की भी नसीहत दी।

पाकिस्तान फिलहाल कश्मीर मुद्दे पर तिलमिलाया हुआ है। वह हर मंच पर मामले को उठाना चाहता है। वह ये नहीं समझता है कि किस मंच पर इसे उठाया जाना चाहिए किस मंच पर इस मुद्दे पर बातचीत नहीं करनी चाहिए। लेकिन बेशर्म पाकिस्तान हर जगह कश्मीर का मामला उठाता आ रहा है।

पाकिस्तान की हताशा को इससे आसानी से समझा जा सकता है कि संसद के स्पीकरों के अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम तक में वह कश्मीर मसला उठाने में नहीं चूका। यही नहीं पाकिस्तान को इस मंच पर भी बेइज्जत होना पड़ा क्योंकि पाकिस्तान द्वारा इस मामले को उठाने के बाद मालदीव की संसद के स्पीकर मोहम्मद नशीद को दो टूक कहना पड़ा कि इस फोरम में किसी देश के आंतरिक मामले को नहीं उठाया जा सकता है। 

Harivansh, Dy Chairman of Rajya Sabha, in Maldives Parliament after Dy Speaker of Pakistan National Assembly raised Kashmir issue: We strongly object raising of internal matter of India in the forum.There's need for Pak to end cross-border terrorism for regional peace... pic.twitter.com/vN2MwWhAEM

— ANI (@ANI)

भारत की तरफ से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और राज्यसभा उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह भारत का प्रतिनिधित्व किया। जबकि पाकिस्तान की तरफ से नेशनल असेंबली के डेप्युटी स्पीकर कासिम सुरी और पाकिस्तानी सेनेटर कुर्रतुल एन मारी ने इसमें हिस्सा लिया था।

click me!