पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। पाकिस्तान पर विदेश कर्ज का बोझ बढ़ता ही जा रहा है और पाकिस्तान सरकार इसका कोई हल नहीं खोज पा रही है। यही नहीं पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है और दिन प्रतिदिन बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान का ये हाल है कि वहां पर कार निर्माता कंपनियों ने अपने कारखानों को बंद कर दिया है। क्योंकि पाकिस्तान में कारों की बिक्री बिल्कुल कम हो गई है।
नई दिल्ली। कंगाल हो रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने की कुछ नहीं सूझ रही है। लिहाजा इमरान खान निवेशकों को लुभाने के लिए अब बेली डांस दिखा रहे हैं। चौंकिए मत ये डांस कोई इमरान खान नहीं कर रहे हैं बल्कि निवेशकों का मनोरंजन करने के लिए उन्होंने बेली डांसरों का प्रबंध किया था। ताकि शराब और शबाब के मुग्ध होकर निवेशक पाकिस्तान में निवेश करें।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। पाकिस्तान पर विदेश कर्ज का बोझ बढ़ता ही जा रहा है और पाकिस्तान सरकार इसका कोई हल नहीं खोज पा रही है। यही नहीं पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है और दिन प्रतिदिन बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान का ये हाल है कि वहां पर कार निर्माता कंपनियों ने अपने कारखानों को बंद कर दिया है। क्योंकि पाकिस्तान में कारों की बिक्री बिल्कुल कम हो गई है।
पाकिस्तान में निजी क्षेत्र निवेश नहीं कर रहा है वहीं शेयर बाजार रोज निचले स्तर पर आ रहा है। पिछले एक साल के दौरान पाकिस्तानी रुपये में 30 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिल रही है। लिहाजा अब इमरान खान देश में निवेश बढ़ाने के लिए निवेशकों को खुश कर लुभाना चाहते हैं। इमरान खान सरकार ने देश की दम तोड़ती अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए इंवेस्टमेंट समिट का आयोजन किया। इस समिट का आयोजन पाकिस्तान के सरहद चैम्बर ऑफ कॉमर्स की तरफ से किया गया है।
When General Doctrine Chief Economist tries to lure investors into the Pakistan Investment Promotion Conference in Baku, Azerbaijan with belly dancers.... pic.twitter.com/OUoV85wmnV
— Gul Bukhari (@GulBukhari)जिसको सहयोग इमरान सरकार ने दिया। 4 सितंबर से 8 सितंबर के बीच अजरबैजन की राजधानी बाकू में इस समिट में निवेशकों को लुभाने के लिए किसी योजना के फायदे बताने के बजाए बेली डांसिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ताकि निवेशक खुश हो जाएं। गौरतलब है कि आईएमएफ जल्द ही पाकिस्तान को छह अरब डॉलर का कर्ज देने वाला है। इस कर्ज के ऐवज में पाकिस्तान को देश में टैक्स को बढ़ाना पड़ा था। वहीं जनता को दी जा रही रियायतों को खत्म कर दिया गया है।