भारत की तरफ से किए गए हमले के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, बैठक में पाकिस्तान की सुरक्षा स्थितियों पर बातचीत की जाएगी। बैठक में पूर्व सचिव और वरिष्ठ राजदूत हिस्सा लेने वाले हैं।
नई दिल्ली--पुलवामा आतंकी हमले के 12 दिनों बाद मंगलवार तड़के भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में घुसकर कई आतंकी ठिकानों पर बम गिरायें। भारत की तरफ से किए गए हमले के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, बैठक में पाकिस्तान की सुरक्षा स्थितियों पर बातचीत की जाएगी। बैठक में पूर्व सचिव और वरिष्ठ राजदूत हिस्सा लेने वाले हैं।
गौरतलब है कि भारत ने कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर स्थित आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। पाकिस्तानी सशस्त्र बल के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) उल्लंघन कर मुजफ्फराबाद सेक्टर में घुसपैठ की।
आसिफ गफूर ने सुबह ट्वीट कर दावा किया कि वायुसेना के विमानों ने लौटने से पहले जल्दबाजी में विमान में रखे बम गिरा दिए जो बालाकोट के पास गिरे हैं। वायुसेना के सूत्रों ने कहा कि यह हमला सुबह 3:30 बजे 12 मिराज-2000 फाइटर जेट के जरिये किया गया। सूत्रों ने कहा कि एलओसी पार बालाकोट, चकोठी और मुजफ्फराबाद आतंकी लॉन्च पैड को भारतीय वायुसेना ने पूरी तरह से तबाह कर दिया।
Radio Pakistan: Pakistan Foreign Minister Shah Mahmood Qureshi has summoned an emergency meeting in Islamabad, Pakistan. The meeting will discuss the security situation. (File pic) pic.twitter.com/G2pPKna28u
— ANI (@ANI)इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने सोमवार को कहा था कि पाकिस्तान को अलग-थलग करने का भारत का 'सपना' कभी पूरा नहीं होगा। पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच काफी ज्यादा तनाव बढ़ चुका है।
कुरैशी ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र को लिखे पत्र में कहा था कि दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भारत को स्थिति को बिगाड़ने से बचना चाहिए और पाकिस्तान से बातचीत करनी चाहिए।
पाकिस्तान के खिलाफ यह कार्रवाई पुलवामा में भीषण आत्मघाती हमले में 40 जवानों के शहादत के सिर्फ 12 दिनों के बाद हुई है। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।