नेपाल के जरिए टेरर फंडिंग कर रहा है पाकिस्तान

By Team MyNationFirst Published Oct 14, 2019, 8:09 AM IST
Highlights

पाकिस्तान खुफिया एजेंसी ने इसके लिए नेपाल को अपना नया ठिकाना बनाया है। पाकिस्तान से सीधे नेपाल पैसा पहुंचता है और उसके बाद भारत में एजेंटों के जरिए ये पैसा आतंकियों तक पहुंच रहा है। जांच में ये खुलासा हुआ है कि नेपाल से सटे भारतीय जिलों में पाकिस्तान ने एजेंटे बनाए हैं। जो नेपाल से पैसा ले जाकर भारत में आतंकियों को देते हैं। ये पैसा यूपी, एमपी, बिहार लेकर जम्मू कश्मीर तक पहुंच रहा है। 

लखनऊ। आतंक की फैक्ट्री के तौर पर दुनिया भर में बदनाम पाकिस्तान भारत में अब नेपाल के जरिए टेटर फंडिंग कर रहा है। असल में भारत सरकार द्वारा लेनदेन के लिए सख्त नियम बनाए जाने के बाद पाकिस्तान नेपाल में अपने गुर्गों के जरिए आतंकवाद को बढ़ाने के लिए फंडिंग कर रहा है। इसका खुलासा यूपी में पकड़े गए कुछ अपराधियों ने किया है। हालांकि इस कड़ी में ये लोग काफी छोटे हैं। लेकिन अब यूपीए एटीएस इस मामले में जांच कर रही है।

जानकारी के मुताबिक खीरी से पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि पाकिस्तान नेपाल के जरिए आतंक को बढ़ावा दे रहा है। उसने भारत में कई एजेंट तैयार किए हैं जो आतंकियों तक इस पैसे को पहुंचा रहे हैं। पाकिस्तान ने नेपाल को अपना बड़ा हब बनाया है। क्योंकि भारत सरकार ने जो नए नियम बनाए हैं। उससे वह आतंकियों को पैसा मुहैया नहीं करा पा रहा है।  लिहाजा पाकिस्तान खुफिया एजेंसी ने इसके लिए नेपाल को अपना नया ठिकाना बनाया है। पाकिस्तान से सीधे नेपाल पैसा पहुंचता है और उसके बाद भारत में एजेंटों के जरिए ये पैसा आतंकियों तक पहुंच रहा है।

जांच में ये खुलासा हुआ है कि नेपाल से सटे भारतीय जिलों में पाकिस्तान ने एजेंटे बनाए हैं। जो नेपाल से पैसा ले जाकर भारत में आतंकियों को देते हैं। ये पैसा यूपी, एमपी, बिहार लेकर जम्मू कश्मीर तक पहुंच रहा है। इसके लिए पाक खुफिया एजेंसी बिहार, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश में भी आतंकी मॉड्यूल तैयार कर रहा है।

खुफिया विभाग को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक नेपाल से टेरर फंडिंग का काम करने वाले सबसे ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश के लखीमपुरखीरी, पीलीभीत, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा, महराजगंज, सिद्धार्थनगर व महराजगंज के और बिहार के मधुबनी, सीतामढ़ी, पूर्णिया, किशनगंज, चंपारण, सुपौल के रहने वाले हैं। आईएसआई पैसों के साथ ही नकली नोट के कारोबार के जरिये भी टेरर फंडिंग का नेटवर्क चला रही है।

click me!