दरअसल पाकिस्तान सरकार ने यूएई सरकार को पीएम नरेन्द्र मोदी को सम्मान देने से पहले दोबारा सोचने की अपील की थी लेकिन यूएई ने पाकिस्तान को तवज्जो नहीं दी। जो पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है। पाकिस्तान और ब्रिटेन में पाकिस्तान मूल की ब्रिटिश सांसद नाज शाह ने यूएई से पीएम नरेन्द्र मोदी को इस पुरस्कार को देने से पहले दोबारा सोचने की अपील की थी। नाज शाह लेबर पार्टी की सांसद हैं।
नई दिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘‘ऑर्डर ऑफ जायेद’ से सम्मानित किया गया। यूएई ये सम्मान इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय एवं चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग को दे चुका है। लेकिन पीएम नरेन्द्र मोदी को ये पुरस्कार मिलने के बाद पाकिस्तान में ही पीएम इमरान खान की थू-थू हो रही है। हर कोई उन्हें कोस रहा है। वहीं पीएम मोदी पाकिस्तान की मीडिया में भी छाए हुए हैं। जबकि मीडिया और सोशल मीडिया में इमरान खान को पाकिस्तानी जनता जमकर कोस रही है।
दरअसल पाकिस्तान सरकार ने यूएई सरकार को पीएम नरेन्द्र मोदी को सम्मान देने से पहले दोबारा सोचने की अपील की थी लेकिन यूएई ने पाकिस्तान को तवज्जो नहीं दी। जो पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है।
पाकिस्तान और ब्रिटेन में पाकिस्तान मूल की ब्रिटिश सांसद नाज शाह ने यूएई से पीएम नरेन्द्र मोदी को इस पुरस्कार को देने से पहले दोबारा सोचने की अपील की थी। नाज शाह लेबर पार्टी की सांसद हैं। इस पाकिस्तान मूल ब्रिटिश सांसद ने यूएई के सुल्तान वलीअहद शहजादा मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान को बकायदा पत्र लिखकर एक तरह से अड़गा लगाने की कोशिश की थी।
लेकिन यूएई सरकार ने न तो पाकिस्तान की सुनी और न ही ब्रिटिश सांसद की। हालांकि नाज शाह के इस पत्र के बाद वह ब्रिटेश में वहां की जनता के निशाने पर आ गई थी। लोगों ने उनके पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया में कमेंट लिखे की वह ब्रिटिश नागरिक होने से ज्यादा पाकिस्तानी लग रही हैं।
पीएम मोदी ये सर्वोच्च सम्मान यूएई के संस्थापक शेख जायेद बिन सुल्तान अल नहयान के नाम पर किया गया है। इस साल उनकी जन्मशती मनाई जा रही है। पीएम मोदी को ये सर्वोच्च सम्मान मिलने के बाद पाकिस्तान की मीडिया में पीएम मोदी छाए हुए हैं। वहां के टीवी चैनलों से लेकर प्रिंट मीडिया में हर जगह इस पुरस्कार की चर्चा है। हालांकि पाकिस्तानी मीडिया ने इस पुरस्कार के बीच में कश्मीर मामले का जिक्र जरूर किया है।
Yesterday I wrote to Sheikh Mohamed bin Zayed, Crown Prince of Abu Dhabi urging him to reconsider giving an award to Prime Minister Modi, whilst the people of Kashmir suffer at his hands. pic.twitter.com/5wpoPGUDT2
— Naz Shah MP (@NazShahBfd)लेकिन पाकिस्तानी मीडिया में पीएम मोदी को तवज्जो तो मिली है। लेकिन पाकिस्तान पीएम इमरान खान निशाने पर आ गए हैं। टीवी चैनलों में डिबेट में हर कोई इमरान खान को कोस रहा है। हर कोई कह रहा है कि यूएई मुस्लिम देश और ये दावा किया जाता है कि वह पाकिस्तान का दोस्त है।
लेकिन उसने पाकिस्तान को कोई इज्जत नहीं दी। सोशल मीडिया में हर कोई इमरान खान की आलोचना कर रहा है। पाकिस्तानी जनता ये सवाल उठा रही है कि इसको रोकने के लिए पीएम इमरान खान ने क्या किया।
वहीं पीएम मोदी की यूएई की यात्रा के दौरान उसने भारत को और ज्यादा तेल निर्यात करने का वादा किया है। अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत यूएई से और ज्यादा तेल आयात करेगा। इस बात को लेकर भी पाकिस्तान चिढ़ा हुआ है। क्योंकि भारत की तुलना में पाकिस्तान में तेल महंगा है।