Oct 9, 2018, 9:35 AM IST
पीएम मोदी की इस रैली को रोहतक से 2019 चुनाव के शंखनान्द के तौर पर भी देखा जा रहा है ।
मोदी की रैली के राजनितिक मायने, कांग्रेस के पूर्व सीएम हूडा के गढ़ को तोड़ना है। क्योंकि गढ़ी-सांपला किलोई विधान सभा सीट से भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधायक हैं जबकि रोहतक लोकसभा सीट से सांसद उनके बेटे दीपेन्द्र हुड्डा हैं।
रोहतक, सोनीपत, झज्जर जिले जाट वोट बैंक के लिए जाने जाते हैं।
चर्चा यह भी है कि करनाल के बजाए रोहतक में पीएम मोदी की रैली करवाकर भाजपा जाट समुदाय को साधना चाहती है। सर छोटू राम और किसानों के नाम पर भाजपा यह संदेश देना चाहती है कि कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा और इनेलो के चौटाला परिवार के मुकाबले बीरेंद्र सिंह को वह जाट नेता के तौर पर स्थापित करना चाहती है।
बता दें कि मंच पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की मौजूदगी में पीएम जनसभा को संबोधित करेंगे।