प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार यानी 30 मई को शपथ ग्रहण करेंगे। लेकिन इसके दो दिन पहले से ही जश्न की तैयारियां शुरु हो गई हैं। दावत के लिए आने वाले 6 हजार मेहमानों के लिए खाने पीने का इंतजाम किया जा रहा है। इसके लिए राष्ट्रपति भवन की खास ‘दाल रायसीना’ को 48 घंटे पहले ही आंच पर चढ़ा दिया गया है। क्योंकि इसे पकने में इतना ही वक्त लगता है।
नई दिल्ली: देश की शक्ति के केन्द्र यानी राष्ट्रपति भवन और संसद में पीएम नरेन्द्र मोदी के दूसरे शपथ ग्रहण की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। इस समारोह के लिए 6 हजार से ज्यादा मेहमानों को न्यौता दिया गया है।
मेहमानों का होगा लजीज स्वागत
शपथग्रहण समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों की पेट पूजा के लिए राष्ट्रपति भवन की रसोई में तैयारियां की जा रही हैं। सभी मेहमानों के लिए हल्के नाश्ते और उसके बाद लजीज भोजन की तैयारी चल रही है। नाश्ता शाकाहारी होगा, जिसमें राजभोग और समोसे की प्रमुखता होगी। साथ में एक लेमन ड्रिंक दिया जाएगा।
लेकिन खाना जबरदस्त होगा। इसमें मांसाहारी और शाकाहारी दोनों विकल्प हैं। मेहमानों लिए खास तौर पर राष्ट्रपति भवन की रसोई में ‘दाल रायसीना’ बनाई जा रही है। यह एक खास तरह की दाल है जिसे बनाने में पूरे 48 घंटे का समय लगता है। यही वजह है कि मंगलवार यानी कल रात से ही ‘दाल रायसीना’ बनाने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।
इसके अलावा पूर्वी एशिया के प्रतिनिधियों के लिए विशेष तौर पर कम तेल मसाले वाले हल्के भोजन की व्यवस्था की गई है।
राष्ट्रपति की रसोई की खासियतें
राष्ट्रपति भवन की रसोई किसी फाइव स्टार होटल के किचन से कम नहीं है। यह रसोई स्टेट ऑफ दी आर्ट सुविधाओं से लैस है। यहां एसी से लेकर खाना बनाने के लिए जरूरी सभी आधुनिक मशीनें भी मौजूद हैं। इस खास किचन में एक्जिक्यूटिव शेफ के साथ ही दर्जनों शेफ, हलवाई और कुक काम करते हैं।
इसके अलावा एक स्पेशल टीम होती है जो साफ-सफाई और हाइजीन का ध्यान रखती है। राष्ट्रपति और मेहमानों को परोसने से पहले खाने की क्वॉलिटी और सेफ्टी एजेंसियों द्वारा चेक की जाती है।
पिछली बार से एक घंटा देर से शुरु होगा शपथ ग्रहण समारोह
साल 2014 में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम शाम के 6 बजे रखा गया था। लेकिन इस बार कार्यक्रम एक घंटे बाद यानी शाम को 7 बजे का है। इसकी वजह ये है कि पिछली बार शाम 6 बजे के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दोपहर बाद यानी 4 बजे से ही मेहमान जुटने शुरु हो गए थे। लेकिन पिछली बार भी शपथ ग्रहण मई महीने में ही था, जिस समय गर्मी अपने चरम पर होती है।
इसलिए इस बार शपथ ग्रहण का समय एक घंटे बाद का रखा गया है। जिससे मेहमानों को गर्मी में परेशान न होना पड़े।
दूसरी बार राष्ट्रपति भवन के फोर फोर्ट में शपथ लेंगे पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में होगा। जो कि राष्ट्रपति भवन के दरवाजे से लेकर मुख्य इमारत के बीच का रास्ता है। इससे पहले ऐसे समारोह दरबार हॉल में कराए जाने की परंपरा थे। लेकिन वहां सिर्फ 500 लोग ही आ सकते हैं।
इसलिए पीएम मोदी का शपथ ग्रहण समारोह फोर फोर्ट में रखा गया है। क्योंकि इस कार्यक्रम में 6 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है।
फोर फोर्ट में सबसे पहली बार 1990 में पीएम चंद्रशेखर का शपथ ग्रहण समारोह हुआ था। उसके बाद 1998 में पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का शपथ ग्रहण भी यहीं हुआ था। इसके बाद पीएम मोदी ने पहले 2014 में यहां शपथ ली और अब 2019 में भी यहीं से शपथ ले रहे हैं।
देश विदेश से हजारों लोगों को निमंत्रण
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल 6 हजार लोगों में देश विदेश के कई मेहमान शामिल हैं। इसमें सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल, बीजेपी के वरिष्ठ नेता, सभी राज्यसभा सदस्य, पूर्व प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति, विपक्षी दलों के सभी बड़े नेता और क्षेत्रीय पार्टियों के प्रमुख मौजूद रहेंगे।
इसके अलावा कई बुद्धिजीवियों, पत्रकारों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं, फिल्म कलाकारों और दूसरे सेलिब्रिटीज को न्यौता दिया गया है।
विदेशी मेहमानों में बिम्सटेक देशों के प्रमुख यानी बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैण्ड के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे। इसके अलावा मॉरिशस के प्रधानमंत्री, थाईलैंड और किर्गिस्तान के राष्ट्र प्रमुख भी इसमें शामिल होंगे।
इसके अलावा दुनिया के सभी प्रमुख देशों के राजदूतों सहित 14 प्रमुख देशों के बुद्धिजीवी, राजनीतिक एक्टिविस्ट्स, फिल्म स्टार और सिलेब्रिटी को भी निमंत्रण दिया गया है।