यूपी के गन्ना किसानों के भुगतान को लेकर प्रियंका-योगी में ट्विटर वार

By Team MyNation  |  First Published Mar 24, 2019, 1:31 PM IST

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बकाया भुगतान पर सवाल उठाया, योगी बोले, जब 2012 से 2017 तक किसान भुखमरी की कगार पर था, तब कहां थे। हमने  57,800 करोड़ का गन्ना बकाया चुकाया।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी के गन्ना किसानों की समस्या को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी की योगीआदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है। प्रियंका ने एक ट्वीट कर गन्‍ना किसानों के बकाए के भुगतान का जिक्र किया। कुछ ही देर बाद यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने भी ट्विटर पर पलटवार किया। उन्होंने पूछा हमारी सरकार बनने से पहले कहां थे। योगी ने एसपी और बीएसपी पर भी गन्ना भुगतान को लेकर निशाना साधा। 

दरअसल,प्रियंका ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, 'गन्ना किसानों के परिवार दिनरात मेहनत करते हैं। मगर उत्तर प्रदेश सरकार उनके भुगतान का भी जिम्मा नहीं लेती। किसानों का 10000 करोड़ बकाया मतलब उनके बच्चों की शिक्षा, भोजन, स्वास्थ्य और अगली फसल सबकुछ ठप हो जाता है। यह चौकीदार सिर्फ अमीरों की ड्यूटी करते हैं, गरीबों की इन्हें परवाह नहीं।' 

गन्ना किसानों के परिवार दिनरात मेहनत करते हैं। मगर उप्र सरकार उनके भुगतान का भी जिम्मा नहीं लेती। किसानों का 10000 करोड़ बकाया मतलब उनके बच्चों की शिक्षा, भोजन, स्वास्थ्य और अगली फसल सबकुछ ठप्प हो जाता है। यह चौकीदार सिर्फ अमीरों की ड्यूटी करते हैं, गरीबों की इन्हें परवाह नहीं। pic.twitter.com/LIBbwamdrS

— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi)

जवाब में योगी ने दो ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार जब से सत्ता में आई है हमने लंबित 57,800 करोड़ का गन्ना बकाया भुगतान किया है। यह रकम कई राज्यों के बजट से भी ज्यादा है। पिछली एसपी-बीएसपी सरकारों ने गन्ना किसानों के लिए कुछ नहीं किया जिससे किसान भुखमरी का शिकार हो रहा था।'

हमारी सरकार जब से सत्ता में आई है हमने लंबित 57,800 करोड़ का गन्ना बकाया भुगतान किया है। ये रकम कई राज्यों के बजट से भी ज्यादा है। पिछली सपा-बसपा सरकारों ने गन्ना किसानों के लिए कुछ नहीं किया जिससे किसान भुखमरी का शिकार हो रहा था।

— Chowkidar Yogi Adityanath (@myogiadityanath)

दूसरे ट्वीट में योगी ने पूछा, 'किसानों के ये तथाकथित हितैषी तब कहां थे जब 2012 से 2017 तक किसान भुखमरी की कगार पर था। इनकी नींद अब क्यों खुली है? प्रदेश का गन्ना क्षेत्रफल अब 22 प्रतिशत बढ़कर 28 लाख हेक्टेयर हुआ है और बंद पड़ी कई चीनी मिलों को भी प्रदेश में दोबारा शुरू किया गया है। किसान अब खुशहाल हैं।' 

किसानों के ये 'तथाकथित' हितैषी तब कहाँ थे जब 2012 से 2017 तक किसान भुखमरी की कगार पर था। इनकी नींद अब क्यों खुली है? प्रदेश का गन्ना क्षेत्रफल अब 22 प्रतिशत बढ़कर 28 लाख हेक्टेयर हुआ है और बंद पड़ी कई चीनी मिलों को भी प्रदेश में दोबारा शुरू किया गया है। किसान अब खुशहाल हैं।

— Chowkidar Yogi Adityanath (@myogiadityanath)
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