पुलिस के मुताबिक, जहां संदिग्ध देखे गए हैं, वहां सेना की गतिविधियां आमतौर पर नहीं होती है। सूबे में आतंकी खतरे को देखते हुए भी कड़ी चौकसी बरती जा रही है।
पंजाब के पठानकोट जिले में सेना की वर्दी में छह संदिग्धों के देखे जाने के बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। एक महीने में तीसरी बार पंजाब में संदिग्ध देखे जाने की घटना सामने आई है।
पठानकोट जिले के शादीपुर गांव में एक किसान ने छह संदिग्ध लोगों को देखने का दावा किया जिसके बाद पंजाब पुलिस ने व्यापक स्तर पर तलाश अभियान शुरू किया है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि एक किसान ने दावा किया कि उसने छह संदिग्ध लोगों देखा है, इसके बाद शुक्रवार की शाम तलाश अभियान शुरू किया गया। किसान ने तत्काल पुलिस को सूचना दी जिसके बाद संदिग्धों का पता लगाने के लिए गन्ने के खेतों में तलाश अभियान चलाया गया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'माय नेशन' को बताया कि सीमांत जिले पठानकोट में संदिग्ध गतिविधि की खबर के बाद चौकसी बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि जहां संदिग्ध देखे गए हैं, वहां सेना की गतिविधियां आमतौर पर नहीं होती है। सूबे में आतंकी खतरे को देखते हुए कड़ी चौकसी बरती जा रही है।
पंजाब में पिछले 15 दिन से संदिग्ध गतिविधियां बढ़ गई हैं। 18 नवंबर को खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों ने अमृतसर में निरंकारी भवन पर ग्रेनेड हमला किया था। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी जबकि 10 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे।
पंजाब में अगले सप्ताह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का दौरा भी प्रस्तावित है। ऐसे में सुरक्षा के विशेष उपाय किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति सिख श्रद्धालुओं के आस्था के केंद्र ननकाना साहिब को जोड़ने वाले करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला रखने जा रहे हैं।
इस बीच, पठानकोट के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विवेक शील सोनी ने बताया, ‘हमने शुक्रवार की शाम एहतियाती कदम उठाते हुए तलाश अभियान चलाया। हम शनिवार को कुछ और गांवों में तलाश अभियान शुरू करेंगे।' उन्होंने बताया कि अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
वहीं एक अन्य घटना में पुलिस ने पठानकोट के मुथी गांव के निकट एक कार बरामद की है। पुलिस का मानना है कि जम्मू-कश्मीर की पंजीकरण संख्या वाली यह कार गोवंश तस्करों की है।
दरअसल पुलिस ने गोवंश तस्करी से संबंधित जानकारी मिलने के बाद पठानकोट जिले में सभी पुलिस जांच चौकियों को शुक्रवार रात कार रोकने का अलर्ट जारी किया था। कार में सवार चार लोग कोलियन गांव और उज्ह क्षेत्र में दो पुलिस जांच चौकियों से बचते हुए मुथी गांव पहुंचे लेकिन वे अपनी कार छोड़कर चले गए क्योंकि उन्हें पुलिस चौकी को चकमा दे कर आगे भागना मुम्किन नहीं लग रहा होगा।