इस पद के लिए राजन के अलावा बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर मार्क कार्नी, डेविड कैमरून सरकार में चांसलर रह चुके जॉर्ज ओसबोर्न और नीदरलैंड के पूर्व वित्त मंत्री जेरोइन डिजस्सेलब्लोएम का भी नाम चल रहा है। लेकिन इसमें अभी तक राजन के नाम पर आम सहमति बनती दिख रही है। अगर ऐसा होता है तो ये भारत के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
अर्थशास्त्री और रिजर्व बैंक के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ के नए प्रबंध निदेशक बन सकते हैं। वह इस दौड़ में वह सबसे आगे माने जा रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि उनकी काबिलियत को देखते हुए आईएमएफ प्रबंधन उन्हें इस पद पर नियुक्त करेगा।
फिलहाल भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का नाम इस पद के लिए सबसे आगे चल रहा है। हालांकि मीडिया रिपोर्टस में ये कहा जा रहा है कि ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय से इसके लिए मांग की गयी है कि वह इस पद के लिए भारतीय को समर्थन दें। लिहाजा इस पद के लिए राजन की प्रबल संभावना बढ़ गयी हैं।
फिलहाल इस पद के लिए राजन के अलावा बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर मार्क कार्नी, डेविड कैमरून सरकार में चांसलर रह चुके जॉर्ज ओसबोर्न और नीदरलैंड के पूर्व वित्त मंत्री जेरोइन डिजस्सेलब्लोएम का भी नाम चल रहा है। लेकिन इसमें अभी तक राजन के नाम पर आम सहमति बनती दिख रही है।
अगर ऐसा होता है तो ये भारत के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। हाल में कई बड़े संस्थानों में भारतीयों का चयन हुआ है। गौरतलब है कि आईएमएफ के प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लेगार्ड ने पिछले दिनों इस्तीफा दिया है। हालांकि उनका इस्तीफा 12 सितंबर से प्रभावी होगा। लिहाजा इससे पहले इस पद पर किसी की नियुक्ति होनी है।
हालांकि इससे पहले चर्चा चल रही थी कि राजन को बैंक ऑफ इंग्लैंड का गवर्नर बनाया जा सकता है। हालांकि बाद में राजन ने कहा कि उनकी इस पद पर नियुक्ति नहीं हो सकती है क्योंकि उन्होंने इस पद के लिए आवेदन नहीं किया है।
आईएमएफ विश्व के विभिन्न देशों को कर्ज देता है। फिलहाल विश्वस्तर पर ये मांग बढ़ रही है कि आईएमएफ का प्रमुख यूरोप और अमेरिका के अतिरिक्त किसी अन्य दूसरे देश के निवासी को नियुक्त किया जाए। राजन फिलहाल शिकागो यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं।