राहुल गांधी ने इस्तीफे की गेंद अन्य लोगों की तरफ डालते हुए लिखा है कि पार्टी में कई और लोगों को इस हार की जिम्मेदारी लेनी होगी। हालांकि उन्होंने साफ कहा कि एक अध्यक्ष के तौर पर वो किसी अन्य को दोषी नहीं ठहरा सकते हैं। राहुल गांधी का इशारा खासतौर से कांग्रेस शासित मुख्यमंत्रियों पर पर है। जहां कांग्रेस की सत्ता होने के बावजूद कांग्रेस सीटें जीतने में कामयाब नहीं हो पायी।
राहुल गांधी अब कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं रहे। इसके पुख्ता प्रमाण आज राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल और मीडिया में अपनी चिट्टी के जरिए दिए हैं। राहुल गांधी ने जहां ट्विटर से अपने नाम के आगे कांग्रेस अध्यक्ष हटा लिया हैं। वहीं सोशल मीडिया में उनकी चिट्टी आयी है, जिसमें उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए हार की जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने की बात लिखी है।
फिलहाल कांग्रेस के अध्यक्ष के पद के लिए तीन लोगों के नाम प्रमुख चल रहे हैं। इसमें एक नया नाम पार्टी के वरिष्ठ नेता मोतीलाल बोरा का भी जुड़ गया है। जबकि पार्टी अध्यक्ष के लिए अभी तक सुशील कुमार शिंदे और अशोक गहलोत का नाम चल रहा था।
फिलहाल राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी राहुल गांधी लेते हुए एक चिट्ठी ट्वीट की है। इसमें उन्होंने लिखा है कि चुनाव में हार की जिम्मेदारी मेरी है और मैं इस्तीफा दे चुका हूं। राहुल ने लिखा है कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास शानदार रहा है।
मुझे विश्वास है कि पार्टी ऐसे नेतृत्व का चुनाव करेगी जो निर्भीकता, प्यार और सत्यनिष्ठा से पार्टी को आगे ले जाने का काम करेगी। राहुल ने कहा कि कांग्रेस को जल्द ही किसी नेता को अध्यक्ष के पद की कमान सौंपनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वह कांग्रेस के अध्यक्ष नही हैं और उन्होंने पार्टी को इस्तीफा सौंप दिया है।
कांग्रेस को और अधिक देरी के बिना नए अध्यक्ष पर जल्द फैसला कर लेना चाहिए। मैंने पहले ही अपना इस्तीफा सौंप दिया है और मैं अब पार्टी अध्यक्ष नहीं हूं। कांग्रेस कार्यसमिति को इस पर जल्द से जल्द फैसला करना चाहिए। राहुल ने लिखा है कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास शानदार रहा है।
मुझे विश्वास है कि पार्टी ऐसे नेतृत्व का चुनाव करेगी जो निर्भीकता, प्यार और सत्यनिष्ठा से पार्टी को आगे ले जाने का काम करेगी। राहुल ने कहा कि कांग्रेस को जल्द ही किसी नेता को अध्यक्ष के पद की कमान सौंपनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वह कांग्रेस के अध्यक्ष नही हैं और उन्होंने पार्टी को इस्तीफा सौंप दिया है।
राहुल गांधी ने इस्तीफे की गेंद अन्य लोगों की तरफ डालते हुए लिखा है कि पार्टी में कई और लोगों को इस हार की जिम्मेदारी लेनी होगी। हालांकि उन्होंने साफ कहा कि एक अध्यक्ष के तौर पर वो किसी अन्य को दोषी नहीं ठहरा सकते हैं। राहुल गांधी का इशारा खासतौर से कांग्रेस शासित मुख्यमंत्रियों पर पर है। जहां कांग्रेस की सत्ता होने के बावजूद कांग्रेस सीटें जीतने में कामयाब नहीं हो पायी।
फिलहाल इस्तीफे के बाद अब कांग्रेस में नए अध्यक्ष के लिए एक नया नाम सामने आ रहा है। ये नाम है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल बोरा का। लेकिन मोतीलाल बोरा ने इस तरह की किसी भी जानकारी से इंकार किया है। वैसे इस दौड़ में शामिल मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत, जनार्दन द्विवेदी से लेकर एके एंटनी और मुकुल वासनिक के नाम पर भी चर्चा हो चुकी है। लेकिन दौड़ में तीन नाम ही आगे हैं।