प्रियंका ने कहा कि पिछले कई सालों से यूपी में कांग्रेस के संगठन को मजबूत बनाने के लिए कुछ नहीं किया गया। जिन नेताओं को जिम्मेदारी दी गयी, उन्होंने सिर्फ और सिर्फ कमरों में बैठकर पार्टी को मजबूत किया है। यूपी मे राजबब्बर करीब तीन साल से ज्यादा वक्त से प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। उन्हीं के नेतृत्व में पार्टी ने यूपी विधानसभा में अब तक सबसे खराब प्रदर्शन किया है जबकि लोकसभा चुनाव में पार्टी महज एक सीट ही जीत पायी है।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने नाराजगी जाहिर की है। प्रियंका ने कहा कि यूपी में संगठन को फिर से खड़ा किया जाएगा। ताकि 2022 के लोकसभा चुनाव में पार्टी अच्छा प्रदर्शन करे। अब प्रियंका के यूपी प्रभारी बन जाने के बाद राजबब्बर की यूपी प्रदेश अध्यक्ष के पद से छुट्टी होनी तय है।
असल में प्रियंका ने कहा कि पिछले कई सालों से यूपी में कांग्रेस के संगठन को मजबूत बनाने के लिए कुछ नहीं किया गया। जिन नेताओं को जिम्मेदारी दी गयी, उन्होंने सिर्फ और सिर्फ कमरों में बैठकर पार्टी को मजबूत किया है। यूपी मे राजबब्बर करीब तीन साल से ज्यादा वक्त से प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं।
उन्हीं के नेतृत्व में पार्टी ने यूपी विधानसभा में अब तक सबसे खराब प्रदर्शन किया है जबकि लोकसभा चुनाव में पार्टी महज एक सीट ही जीत पायी है। वहीं राजबब्बर फतेहपुर सीकरी से लोकसभा चुनाव में अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए। लिहाजा अब प्रियंका ने खुलेतौर पर राजबब्बर का विरोध करना शुरू कर दिया है।
हालांकि अभी तक जिलों में भी कांग्रेस का संगठन खड़ा नहीं है और प्रदेश संगठन भी एक तरह काम नहीं कर रहा है। लिहाजा ऐसा माना जा रहा है कि यूपी में अब सबसे पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति होगी। जाहिर है राज बब्बर को उनके पद से हटाए जाने के बाद किसी अन्य नेता को इस पद पर नियुक्त किया जा सकता है।
फिलहाल प्रियंका गांधी ने यूपी में मिशन 2022 की तैयारी शुरू कर दी है। क्योंकि प्रियंका ने कहा कि जल्द ही राज्य में नया संगठन बनाया जाएगा। प्रियंका ने साफ कहा कि जिन कार्यकर्ताओं और नेताओं की नज़रंअदाज़ किया गया है उन्हें अहम जिम्मेदारी दी जाएगी। प्रियंका के बयान से साफ है कि न सिर्फ राजबब्बर पर गाज गिरने वाली है बल्कि राज्य में कांग्रेस भी बदलने वाली है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष किसे नियुक्त किया जाएगा ये तय नहीं है। लेकिन प्रियंका पार्टी के संगठन को बदलना चाहती है।