Rajasthan News: छात्रा को स्कूल प्रशासन ने 12वीं बोर्ड का एग्जाम देने से रोका, कहा महौल खराब होगा, जाने वजह

By Surya Prakash TripathiFirst Published Apr 5, 2024, 11:59 AM IST
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राजस्थान में 12वीं कक्षा की एक छात्रा को स्कूल ने बोर्ड परीक्षा में नहीं बैठने नहीं दिया। जिसकी वजह छात्रा ने गैंगरेप बताई है। छात्रा ने कहा कि पिछले साल उसके साथ ऐसी जघन्य घटना हुई थी। छात्रा ने आरोप लगाया है कि स्कूल के जिम्मेदार अधिकारियों ने उससे कहा है कि अगर वह परीक्षा में शामिल हुई तो स्कूल का माहौल खराब हो जाएगा।

अजमेर। राजस्थान में 12वीं कक्षा की एक छात्रा को स्कूल ने बोर्ड परीक्षा में नहीं बैठने नहीं दिया। जिसकी वजह छात्रा ने गैंगरेप बताई है। छात्रा ने कहा कि पिछले साल उसके साथ ऐसी जघन्य घटना हुई थी। छात्रा ने आरोप लगाया है कि स्कूल के जिम्मेदार अधिकारियों ने उससे कहा है कि अगर वह परीक्षा में शामिल हुई तो स्कूल का माहौल खराब हो जाएगा। हालांकि स्कूल प्रशासन इससे अलग दावा कर रहा है। उसका कहना है कि छात्रा को इसलिए प्रवेश पत्र नहीं दिया गया, क्योकि वह पिछले 4 महीने से क्लास ही अटेंड नहीं कर रही थी। 

पीड़िता ने CWC में दर्ज कराई शिकायत
यह सनसनीखेज प्रकरण तब सामने आया जब पीड़ित छात्रा ने दूसरे स्कूल के एक शिक्षक से संपर्क करके मदद मांगी। उस शिक्षक ने उसे चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने का सुझाव दिया। अजमेर बाल कल्याण आयोग (CWC) ने पीड़िता की शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। CWC अध्यक्ष अंजलि शर्मा ने बताया कि उन्होंने छात्रा से पूरी घटना के बारे में जानकारी ली है। हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि लड़की मार्च में छूटी हुई परीक्षा दे सके। 

4 महीने पहले चाचा ने दो लोगों के साथ किया था गैंगरेप
छात्रा के साथ अक्टूबर 2023 में उसके चाचा और दो अन्य लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था। पीड़िता ने अंजलि शर्मा को बताया कि स्कूल प्रशासन ने तब उसे सुझाव दिया था कि वह घर से पढ़ाई करें, क्योंकि उसके स्कूल आने से माहौल खराब हो सकता है। स्कूल प्रशासन के सुझाव को मानकर वह 4 महीने से घर पर परीक्षा की तैयारी कर रही थी। जब वह अपना एडमिट कार्ड लेने गई तो उसे बताया गया कि वह अब स्कूल की छात्रा नहीं है। 

CWC अध्यक्ष ने कहा छात्रा का साल खराब होने से बचाना हमारी पहली प्राथमिकता
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक अंजलि शर्मा ने बताया कि जब उन्होंने लड़की से बात की, तो उसने बताया कि वह निराश थी क्योंकि वह एक मेधावी छात्रा थी। उसने 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 79% अंक हासिल किए थे। ऐसे में अगर लड़की 12वीं बोर्ड में बैठती तो अच्छा प्रदर्शन कर सकती थी, लेकिन स्कूल की लापरवाही के कारण उसका एक साल बर्बाद हो सकता है। उसी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। 

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