Sep 16, 2018, 2:17 PM IST
राम रहीम के खिलाफ चल रहे करीब 400 से अधिक साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले में मुख्य गवाह और शिकायतकर्ता हंसराज चौहान को केस वापिस लेने और कोर्ट में गवाही नहीं देने के लिए पैसों का खुला ऑफर देने मामला सामने आया है। हंसराज को कहा गया कि वो राम रहीम के खिलाफ नपुंसक बनाने के केस में गवाही ना देकर मनमर्जी की रकम ले सकता है। हंसराज चौहान ने ये ऑफर ठुकराई तो उन्हें धमकी भी दी गई।
इस पूरे मामले की शिकायत शिकायतकर्ता हंसराज चौहान ने पहले सीबीआई को की और उसके बाद यह मामला जिला फतेहाबाद पुलिस के पास पहुंचा। फतेहाबाद के सिटी टोहाना थाने में इस मामले में अब आरोपी डेरा प्रेमी राजकुमार निवासी सिरसा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
शिकायतकर्ता हंसराज चौहान से जब इस मामले में बात की गई तो उन्होंने बताया कि 29 अगस्त को उसके घर एक गाड़ी में सिरसा निवासी डेरा प्रेमी राजकुमार आया और उसने कहा कि वह डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के कहने पर यहां आया है और बाबा के खिलाफ चल रहे साधुओं को नपुंसक बनाने के केस में वह (हंसराज चौहान) सीबीआई कोर्ट में गवाही ना दे, केस को वापिस ले ले तो डेरा की ओर से मनमर्जी का पैसा इसकी एवज में दिया जाएगा।
हंसराज चौहान ने बताया कि केस वापिस लेने और गवाही नहीं देने की एवज में मनमर्जी के पैसों का ऑफर जब मैंने ठुकरा दिया तो आरोपी डेरा प्रेमी ने उसे धमकी दी और वहां से चला गया। इसके बाद उन्होंने सीबीआई को इस संबंध में पत्र लिखकर शिकायत दर्ज करवाई। सीबीआई की आगामी कार्रवाई के तहत मामले में अब सिटी टोहाना थाना पुलिस ने आरोपी डेरा प्रेमी राजकुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
सिटी टोहाना थाना की एसएचओ इंस्पेक्टर अरूणा ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें हंसराज चौहान निवासी टोहाना की एक शिकायत प्राप्त हुई है जिसमें आरोप लगाया गया कि सिरसा के एक डेरा प्रेमी ने हंसराज चौहान को बाबा गुरमीत राम रहीम के खिलाफ चल रहे केस में पैसे लेकर केस वापिस लेने का ऑफर दिया है। इस मामले में आरोपी डेरा प्रेमी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गई है और आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
वहीं डेरा मामलों के जानकार गुरदास सिंह तूर ने बताया कि हंसराज चौहान जैसे जो लोग निडर होकर डेरा प्रमुख राम रहीम के काले कारनामों का पर्दाफाश करके अपनी लड़ाई लड रहे हैं उन लोगों को अब डेरा प्रमुख अपने अनुयायियों के जरिए डराने और धमकाने का काम कर रहा है। तूर ने कहा कि डेरा प्रमुख अपने लोगों से केस के गवाहों और शिकायकर्ताओं को जान-माल की क्षति पहुंचा सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई हो क्योंकि डेरा प्रमुख पर लगे बलात्कार के आरोपों के बाद धमकी देने और पैसों के खुले ऑफर देने के उदाहरण पहले भी सामने आ चुके हैं।