आगरा के थाना सदर में बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी उमेश सैंथिया समेत परिवार के चार लोगो के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन पुलिस को भी मामला संदिग्ध लग रहा है।
पुलिस अभी जांच के बाद आगे कार्रवाई करने की बात कह रही है। पीड़ित महिला की शादी थाना सदर जगजीत नगर के रहने वाले नरेंद्र शर्मा से 22.11.2015 को हुई थी। महिला का आरोप है कि शादी के बाद से ही देवर राहुल, नंदोई रामसेवक, भाई उमेश सैंथिया बुरी नजर रखते थे। उसने यह भी आरोप लगाया कि रामसेवक से सास के अवैध संबंध थे।
जिसकी जानकारी महिला और ससुर बनवारीलाल को हो गई थी। बदनामी के डर से रामसेवक ने ससुर की हत्या कर दी और मेरे खिलाफ ससुर को आत्महत्या के लिए उकसाने का फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया। 14.12.2018 को इस मामले में घर पर पंचायत हुई। पंचायत में रामसेवक ने अपनी गलती का एहसास किया था और माफी मांगी थी। लेकिन रात में ही रामसेवक, राहुल, उमेश सैंथिया ने मेरे साथ बलात्कार किया। इसकी शिकायत मैंने अपने परिजनों से की तो उन्होंने बदनामी के डर से कार्रवाई करने को मना कर दिया।
महिला का कहना है कि वो थाने के चक्कर काट रही थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। सीओ सदर उदय राज सिंह के संज्ञान में मामला आते ही कार्रवाई के आदेश दे दिए गए। थाना सदर पुलिस ने सीओ के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीओ सदर उदय राज सिंह का कहना है कि ससुर की मौत हार्ट अटैक से हुई थी ये पोस्टमार्टम रिपोट में आया था।
ससुर के पास से एक डायरी भी पुलिस को मिली है। डायरी में लिखा था कि उनकी बहु उनके बेटे और परिजनों को बलात्कार के आरोप में फंसाने की धमकी देती है। महिला की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन मामला संदिग्ध लग रहा है। पूरे मामले की जांच के बाद भी आगे कार्रवाई की जायेगी।
आरोप लगाने वाली महिला पर ससुर को आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा पहले से दर्ज है।