जानकारी के मुताबिक वाराणसी में टूर एंड ट्रैवेल का कारोबार करने वाले कुमारेश्वर सिंह की बड़ी बेटी ने साल 2017 में भी इतिहास रचा था। वहीं उस वक्त वायु सेना में फाइटर विमान उड़ाने वाली पांच महिला पायलटों में शामिल हुई थी और अब महज तीन साल के भीतर वह राफेल के स्क्वाड्रन गोल्डन एरो में शामिल हुईं।
नई दिल्ली। देश की जमीन पर राफेल ने अपने कदम रख लिए हैं और भारत के बड़े दुश्मन पाकिस्तान और चीन के भीतर खौफ पैदा हो गया है। वहीं अब सबसे ताकतवर फाइटर विमान राफेल के स्क्वाड्रन गोल्डन एरो में वाराणसी की शिवांगी सिंह पहली महिला फ्लाईट लेफ्टिनेंट शामिल हुई हैं। शिवांगी की सफलता पर न केवल घरवालों, बल्कि पूरे शहर को अब नाज हो रहा है। शिवांगी के परिवार के लोग वाराणसी के फुलवरिया में रहते हैं।
जानकारी के मुताबिक वाराणसी में टूर एंड ट्रैवेल का कारोबार करने वाले कुमारेश्वर सिंह की बड़ी बेटी ने साल 2017 में भी इतिहास रचा था। वहीं उस वक्त वायु सेना में फाइटर विमान उड़ाने वाली पांच महिला पायलटों में शामिल हुई थी और अब महज तीन साल के भीतर वह राफेल के स्क्वाड्रन गोल्डन एरो में शामिल हुईं। असल में देश की हवाई ताकत में इजाफा हुआ है और राफेल की पहली खेप भारत में आ चुकी है। वहीं भारत में राफेल आ जाने के बाद चीन और पाकिस्तान परेशान हैं।
क्योंकि राफेल को दुनिया का सबसे आधुनिक तकनीक और सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान माना जाता है। जानकारी के मुताबिक शिवांगी एक महीने की ट्रेनिंग लेने के बाद अब वह राफेल की टीम का हिस्सा बन गई हैं। उनके पिता का कहना है कि उन्हें बेटी पर हमे नाज है और वह अब देश की अन्य बेटियों के लिए नजीर बनी है। उनका कहना है कि शिवांगी की बचपन से ही इच्छा थी वह भारतीय वायुसेना में शामिल हों और अब वह देश की सबसे ताकतवर विमान की पायलट बनेंगी।