असल में मध्यप्रदेश में 200 से अधिक पॉजिटिव मामलों के बढ़ जाने के बाद भोपाल प्रशासन ने किराने और सब्जी बेचने वाली दुकानों को बंद करने का फैसला किया है, हालांकि लॉकबंद के दौरान दूध बूथ और फार्मेसियों को प्रतिबंध से छूट मिलेगी।
भोपाल। भोपाल में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने भोपाल में पूर्ण लॉकडाउन घोषित कर दिया है। हालांकि इस दौरान जिले में केवल मिल्क पार्लरों और केमिस्ट्स को छूट से बाहर रखा गया है।
असल में मध्यप्रदेश में 200 से अधिक पॉजिटिव मामलों के बढ़ जाने के बाद भोपाल प्रशासन ने किराने और सब्जी बेचने वाली दुकानों को बंद करने का फैसला किया है, हालांकि लॉकबंद के दौरान दूध बूथ और फार्मेसियों को प्रतिबंध से छूट मिलेगी। भोपाल में रविवार मामलों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है, जबकि मृत्यु की कुल संख्या 15 पहुंच गई है। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) भोपाल सतीश कुमार के मुताबिक भोपाल जिले में एक पूर्ण तालाबंदी लागू कर दी गई है।
जिले की मंडी को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। स्थानीय व्यापारियों को नगर निगम के कर्मचारियों के माध्यम से सब्जियां बेचने की अनुमति दी जाएगी। किराना और सब्जी की दुकानों को दी गई छूट को तुरंत वापस ले लिया गया है और अधिकृत होम डिलीवरी सेवाओं को छोड़कर, अन्य सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।
राज्य सरकार के आदेश के मुताबिक सभी निजी वाहनों को प्रतिबंधित किया गया है। वहीं आपातकालीन सेवाओं के लिए पास जारी किए हैं जबकि अन्य पासों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं इंदौर में स्थिति गंभीर बनी हुई है जहां अभी तक 135 पॉजिटिव मामले आए हैं। इसके साथ ही मुरैना में 12, उज्जैन में सात, जबलपुर में आठ, ग्वालियर और शिवपुरी में दो, खरगोन में चार, छिंदवाड़ा में दो और बड़वानी में तीन मामले दर्ज किए गए हैं।