पिछले साल जेल में कई तरह की सहूलियतें लिए जाने को लेकर सुर्खियों में आई तमिलनाडू की ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कझगम (एआईएडीएमके) की नेता वीके शशिकला फिर से सुर्खियों में हैं.
पिछले साल जेल में कई तरह की सहूलियतें लिए जाने को लेकर सुर्खियों में आई तमिलनाडू की ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कझगम (एआईएडीएमके) की नेता वीके शशिकला फिर से सुर्खियों में हैं. इस बार भी मामला शशिकला को जेल में मिल रही सहूलियतों को लेकर है. पार्टी से निष्कासित चल रही नेता वीके शशिकला को जेल में विशेष तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं. उन्हें जेल में चार कमरे मिले हैं और उनके लिए किचन भी दिया गया है. यह खुलासा एक सूचना के अधिकार के जवाब में हुआ है.
जानकारी के मुताबिक शशिकला जेल में एक कैदी की तरह नहीं बल्कि ऐशोआराम के साथ जिंदगी गुजार रही हैं. उनके पास जेल में न केवल कमरा है बल्कि उनके लिए एक स्पेशल किचन भी है. जहां वह अपने मनपसंद का खाना खाती है. जेल में शशिकला को सिर्फ एक ही कमरा दिया दिया था, लेकिन जानकारी के मुताबिक उनके पास चार कमरे हैं. आरटीआई से ये भी जानकारी मिली है कि जब शशिकला जेल गईं तो उनके बगल वाले कमरे के कैदियों को दूसरी जगह शिफ्ट करके बाकी कमरे भी शशिकला को दे दिए गए. जेल में जेल के नियमों के तहत की खाना दिया जाता ह और जेल में खाना बनाने की अनुमति नहीं होती है, तमिलनाडू की इस नेता को शशिकला के लिए खाना बनाने के लिए किचन दिया गया है और इसे बनाने के लिए एक कैदी को रखा गया.
जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक 15 फरवरी 2017 से 16 जून 2017 तक शशिकला से महज 48 लोग ही मिले, लेकिन नियमों को तांक में रखते हुए उनसे मिलने वाले लोग ग्रुप में आए. वहीं सीसीटीवी फुटेज में यह भी देखा गया कि शशिकला और उनकी साथी कैदी इलावर्सी ने कैदियों को दिए जाने वाले कपड़े भी नहीं पहने हैं. गौरतलब है कि पिछले दो साल पहले जेल में शशिकला को मिलने वाली सुविधाओं का मामला सुर्खियों में आया था. तब जेल विभाग की डीआईजी डी. रूपा ने डीजीपी जेल पर शशिकला को विशेष सुविधाओं को दिए जाने का आरोप लगाया था. इसके बाद कर्नाटक की तत्कालीन सिद्धारमैया सरकार ने रूपा के आरोपों की जांच सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी विनय कुमार से कराने के आदेश दिए थे.
इन्हीं विनय कुमार की रिपोर्ट को आरटीआई के जवाब के तौर पर पेश किया गया है. हालांकि इसके बाद रूपा को डीआईजी जेल के पद से हटा दिया गया था. इस मुद्दे के कारण राज्य की कांग्रेस सरकार को शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी, जिसके बाद रूपा और राव दोनों का स्थानांतरण कर दिया गया.