बांग्लादेश चुनाव में आवामी लीग को बड़ी जीत, शेख हसीना का चौथी बार बनेंगी प्रधानमंत्री

By Team MyNation  |  First Published Dec 31, 2018, 9:29 AM IST

नतीजों को खारिज करते हुए विपक्षी गठबंधन ने नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की है। इससे पहले मतदान के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में चुनाव से जुड़ी हिंसा में कम से कम 17 लोग मारे गए थे। मीडिया में आई खबरों के अनुसार सत्तारूढ़ अवामी लीग के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 300 सदस्यीय सदन में 260 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की।

ढाका— ढाका: बांग्लादेश में रविवार को हिंसा के बीच हुए आम चुनाव में प्रधानमंत्री सेख हसीना की पार्टी आवामी लीग पार्टी को शानदार जीत हासिल हुई है। खुद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गोपालगंज-3 निर्वाचन क्षेत्र से एक तरह से निर्विरोध चुनाव जीत गयीं। उन्हें 2,29,539 वोट मिले जबकि मुख्य प्रतिद्वंद्वी बीएनपी के उम्मीदवार को महज 123 वोट मिले।

चुनाव आयोग ने शाम में आधिकारिक तौर पर हसीना की जीत की घोषणा की। वहीं नतीजों को खारिज करते हुए विपक्षी गठबंधन ने नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की है। इससे पहले मतदान के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में चुनाव से जुड़ी हिंसा में कम से कम 17 लोग मारे गए थे।

मीडिया में आई खबरों के अनुसार सत्तारूढ़ अवामी लीग के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 300 सदस्यीय सदन में 260 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की। निजी डीबीसी टीवी ने 300 में से 299 सीटों के नतीजे दिखाए। सत्तारूढ़ अवामी लीग के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने 266 सीटें जीतीं जबकि उसकी सहयोगी जातीय पार्टी ने 21 सीटें हासिल कीं।

विपक्षी नेशनल यूनिटी फ्रंट (यूएनएफ) को सिर्फ सात सीटों पर जीत मिली। यूएनएफ में बीएनपी मुख्य घटक थी। स्थानीय मीडिया के अनुसार निर्दलीय उम्मीदवारों को दो सीटों पर कामयाबी मिली।

एक उम्मीदवार की मृत्यु हो जाने की वजह से एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था। चुनाव आयोग ने दक्षिण पश्चिम गोपालगंज सीट के पूरे नतीजे की पुष्टि की।

वहां पर प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दो लाख 29 हजार 539 मतों से जीत दर्ज की, जबकि विपक्षी बीएनपी के उम्मीदवार को मात्र 123 वोट मिले। बांग्लादेश के विपक्षी एनयूएफ गठबंधन ने आम चुनाव के नतीजों को खारिज कर दिया और एक निष्पक्ष कार्यवाहक सरकार के तहत नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की। नेशनल यूनिटी फ्रंट (एनयूएफ) में बीएनपी, गोनो फोरम, जातीय समाज तांत्रिक दल-जेएसडी, नागरिक ओइका और कृषक श्रमिक जनता लीग घटक दल हैं।

शुरूआती नतीजों में अवामी लीग के नेतृत्व वाले महागठबंधन की जीत का संकेत मिलने के बाद एनयूएफ के संयोजक और वरिष्ठ वकील कमल हुसैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम नतीजों को खारिज करते हैं और निष्पक्ष सरकार के तहत नए सिरे से चुनाव कराने की मांग करते हैं।’’ 

हुसैन ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया, ‘‘हम आपसे इस चुनाव को तुरंत रद्द करने की मांग करते हैं।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘हमें खबर मिली है कि सभी मतदान केंद्रों पर फर्जीवाड़ा हुआ है।’’ इन नतीजों के बाद जहां शेख हसीना चौथी बार देश की प्रधानमंत्री बनेंगी।

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