महाराष्ट्र में बागी होने के बाद खाली ‘हाथ’ शिवसेना, एनसीपी को मिला सरकार बनाने का न्योता

फिलहाल राज्य में शिवसेना खाली हाथ है। क्योंकि न दो कांग्रेस और न ही एनसीपी ने शिवसेना को समर्थन देने की बात कही है। वहीं अब राज्य में राज्यपाल ने एनसीपी को सरकार बनाने का न्योता दिया है। हालांकि एनसीपी का अब कहना है कि शिवसेना उसे समर्थन देकर राज्य में सरकार बनाए। लेकिन सबकी नजर कांग्रेस पर लगी है। क्योंकि कांग्रेस ने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं।

Shiv Sena vacant after rebel in Maharashtra, NCP gets invitation to form government

मुंबई। महाराष्ट्र में चल रही राजनैतिक उठापटक के बीच शिवसेना की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। सरकार बनाने की उम्मीद लगाई शिवसेना को अभी तक किसी भी दल ने समर्थन का ऐलान नहीं किया है। वहीं कल रात राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने तीसरे बड़े दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को राज्य में सरकार बनाने का न्योता दिया। अन्य दलों की तरह राज्यपाल ने एनसीपी को भी 24 घंटे का समय दिया है।

Shiv Sena vacant after rebel in Maharashtra, NCP gets invitation to form government

फिलहाल राज्य में शिवसेना खाली हाथ है। क्योंकि न दो कांग्रेस और न ही एनसीपी ने शिवसेना को समर्थन देने की बात कही है। वहीं अब राज्य में राज्यपाल ने एनसीपी को सरकार बनाने का न्योता दिया है। हालांकि एनसीपी का अब कहना है कि शिवसेना उसे समर्थन देकर राज्य में सरकार बनाए। लेकिन सबकी नजर कांग्रेस पर लगी है। क्योंकि कांग्रेस ने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं। हालांकि कल देररात तक कांग्रेस के नेताओं की बैठक होती रही। लेकिन शिवसेना को समर्थन देने पर फैसला नहीं हो सका।

वहीं शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने वरिष्ठ नेताओं के साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर सरकार बनाने के लिए अतिरिक्त समय मांगा। लेकिन राज्यपाल ने उनकी बात को नकार दिया और उसके कुछ समय बाद उन्होंने एनसीपी को सरकार बनाने का न्योता दिया है। हालांकि अभी तक शिवसेना खाली हाथ है। शिवसेना सोमवार को राज्य में सरकार बनाने का सपना देख रही थी और इसी सिलसिले में उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी बातचीत की। लेकिन देररात को शिवसेना को समर्थन देने के लिए कांग्रेस में भी कोई  आम सहमति नहीं बनी।

हालांकि राज्य के 44 विधायकों में से 37 विधायकों ने सरकार में शामिल होने की राय कांग्रेस आलाकमान को दी है। लेकिन भगवा और कट्टर हिंदुत्व का चेहरा माने जाने वाली शिवसेना को समर्थन देने पर भी पार्टी में अलग अलग राय है। जिसके कारण फैसला नहीं हो सका है। वहीं माना जा रहा है कि एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं की आज मुंबई और दिल्ली में फिर बैठक होगी और आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।

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