राजस्थान के कोटा में बच्चों की मौत पर सोनिया ने तोड़ी चुप्पी, गहलोत से जताई नाराजगी

By Team MyNation  |  First Published Jan 2, 2020, 3:24 PM IST

कोटा के जेके लोन अस्पताल में लगातार बच्चों की मौत हो रही है। हालांकि अभी तक राज्य सरकार की तरफ से बच्चों की मौत पर कोई बयान नहीं आया है। न ही जिम्मेदार अफसरों की तरफ किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं की गई है। राज्य सरकार की तरफ से महज सीएमसी को ट्रांसफर कर खानापूर्ति कर दी गई है। हालांकि विपक्षी दल लगातार कांग्रेस सरकार को घेर रहे हैं और अब मीडिया में मामला उछल जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का बयान आया है।

जयपुर। राजस्थान के कोटा के अस्पताल में बच्चों की  हो रही मौत पर आखिरकार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चुप्पी तोड़ी है। सोनिया ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी जताई है और इस बच्चों की मौत पर दुख जताया है। सोनिया गांधी ने प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे को तलब कर रिपोर्ट मांगी है।

कोटा के जेके लोन अस्पताल में लगातार बच्चों की मौत हो रही है। हालांकि अभी तक राज्य सरकार की तरफ से बच्चों की मौत पर कोई बयान नहीं आया है। न ही जिम्मेदार अफसरों की तरफ किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं की गई है। राज्य सरकार की तरफ से महज सीएमसी को ट्रांसफर कर खानापूर्ति कर दी गई है।

हालांकि विपक्षी दल लगातार कांग्रेस सरकार को घेर रहे हैं और अब मीडिया में मामला उछल जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का बयान आया है। सोनिया बच्चों की मौत पर गहलोत से नाराज हैं और इसको लेकर उन्होंने राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे को भी तलब किया है। हालांकि अभी गहलोत को इस मामले में दिल्ली बुलाया गया है या इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है।

फिलहाल बच्चों की मौत पर राजस्थान सरकार अब घिरती दिख रही है। लिहाजा जनता को नाराजगी को देखते हुए सोनिया ने गहलोत सरकार को आड़े लिया है। सोनिया की नाराजगी के बाद राजस्थान सरकार ने बयान जारी किया है। राज्य की कांग्रेस सरकार का कहना है कि बच्चों की मौत पर  सरकार संवेदनशील है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। हालांकि गहलोत सरकार ने सफाई देते हुए कि राज्य में सबसे पहले आईसीयू की स्थापना कांग्रेस सरकार ने ही की थी और इसी के तहत कोटा में भी बच्चों के आईसीयू की स्थापना 2011 में की थी।

सरकार का कहना है कि केन्द्रीय टीम का राज्य में स्वागत है और वह मीडिया के दबाव न आएं। गौरतलब है कि कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में पिछले महीने 100 बच्चों की मौत हो गई थी और पिछले एक साल के दौरान इस अस्पताल में 940 बच्चों की मौत हो गई है। बच्चों की मौत पर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान लेते हुए राजस्थान सरकार को नोटिस दिया है।

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