चार दिन पहले ही सपा ने ये तय कर दिया था कि रामपुर की इस सीट के लिए फैसला आजम खान ही लेंगे। आजम खान इस सीट पर लगातार नौ बार से विधायक हैं। इस सीट को हाथ निकल जाने का मतलब होगा कि रामपुर की सियासत से आजम का अस्तित्व खत्म होने जैसा है। लिहाजा इस सीट के लिए उत्तराधिकारी आजम खान के परिवार से ही होना चाहिए।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की 12 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए रामपुर सीट से सांसद तंजीन फातिमा को उतारा है। तंजीन रामपुर से लोकसभा सांसद आजम खान की पत्नी हैं और वह अभी राज्यसभा में हैं। असल में सपा ने इस गढ़ को बचाने के लिए तंजीन पर दांव खेला है। ताकि जिले में सपा और आजम खान का राजनैतिक अस्तित्व बरकरार रहे।
समाजवादी पार्टी ने रामपुर विधानसभा सीट पर तंजीन फातिमा को प्रत्याशी बनाकर भाजपा को चुनौती दी है। असल में ये सीट आजम के साथ ही समाजवादी के लिए प्रतिष्ठा की सीट है। लिहाजा सपा इस पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। चार दिन पहले ही सपा ने ये तय कर दिया था कि रामपुर की इस सीट के लिए फैसला आजम खान ही लेंगे। आजम खान इस सीट पर लगातार नौ बार से विधायक हैं। इस सीट को हाथ निकल जाने का मतलब होगा कि रामपुर की सियासत से आजम का अस्तित्व खत्म होने जैसा है।
लिहाजा इस सीट के लिए उत्तराधिकारी आजम खान के परिवार से ही होना चाहिए। हालांकि तंजीन फातिमा का राज्यसभा का कार्यकाल एक साल से ज्यादा का बचा हुआ है। लेकिन सपा को ये मालूम है कि अगर तंजीन फातिमा चुनाव जीतती हैं तो उन्हें राज्यसभा से इस्तीफा देना होगा और राज्यसभा के उपचुनाव में भाजपा को ही जीत मिलेगी। लेकिन रामपुर में सपा और आजम की सियायत तो बची रहेगी। ये सीट आजम खान के लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है।
फिलहाल आजम खान रामपुर से लापता हैं। क्योंकि उनके खिलाफ जिले में 83 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। रविवार को सपा ने पांच और सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की। सपा ने घोसी सीट से सुधाकर सिंह, माणिकपुर से निर्भय सिंह पटेल, जैदपुर से गौरव कुमार रावत, जलालपुर से सुभाष राय और प्रतापगढ़ से बृजेश वर्मा पटेल को उम्मीदवार बनाया है। वहीं लखनऊ छावनी सीट से मेजर आशीष चतुर्वेदी और कानपुर की गोविंद नगर सीट से सम्राट विकास को प्रत्याशी बनाया है।