यह मामला जम्मू कश्मीर के अनंतनाग का है। जब बाइपास से सुरक्षाबलों का एक काफिला गुजर रहा था। तभी अचानक झाड़ियों में छिपे हुए बुजदिल पत्थरबाजों ने उनपर पत्थरों की बरसात कर दी।
इस दौरान एक पत्थर जवान राजेंद्र सिंह के सिर पर लगा। उनके सिर पर गहरा आघात लगा जिसकी वजह से लगातार खून बहता रहा। ज्यादा रक्तस्राव से उनकी मौत हो गई।
सेना के एक प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी है। शहीद राजेन्द्र सिंह सेना की क्विक रिएक्शन टीम का हिस्सा थे। उनका दल बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन को सुरक्षा कवर दे रहा था।
यह घटना गुरुवार को देर शाम की है। घायल होने के बाद राजेन्द्र सिंह को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। उनका तुरंत इलाज किया गया, लेकिन ज्यादा खून बह जाने की वजह से इलाज के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस घटना की वजह से दूसरे जवानों में बेहद नाराजगी है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि इस मामले में सेना ने अभी तक कोई एफआईआर नहीं दर्ज कराई है।
प्रवक्ता ने बताया कि जवान राजेंद्र सिंह मूल रूप से उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के गांव बेदिना के रहने वाले थे। वह 2016 में सेना में भर्ती हुए थे। राजेन्द्र सिंह का शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।