बिहार के कटिहार से लोकसभा सांसद तारिक अनवर ने पार्टी और लोकसभा की सदस्यता दोनों से इस्तीफा दे दिया है। तारिक ने इस्तीफे का फैसला राफेल डील के मुद्दे पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से असहमति के बाद लिया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के कटिहार से लोकसभा सांसद तारिक अनवर ने पार्टी और लोकसभा की सदस्यता दोनों से इस्तीफा दे दिया है। तारिक ने राफेल डील के मुद्दे पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से असहमति के बाद लिया है।
दरअसल शरद पवार ने एक मराठी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में राफेल सौदे में सरकार के पक्ष को सही बताया और कांग्रेस की तरफ से की जा रही मांग पर सवाल उठाया।
पवार ने कहा था कि कांग्रेस की ओर से तकनीकी जानकारी सार्वजनिक करने की मांग औचित्यहीन है। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा था, कि राफेल की कीमतों का खुलासा करने से सरकार को कोई हर्ज नहीं है, क्योंकि इससे कोई खतरा नहीं होता है।
शरद पवार ने राफेल डील पर पीएम नरेंद्र मोदी का बचाव किया था, कि उनकी मंशा पर शक नहीं किया जा सकता है। शरद पवार का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वह पूर्व में देश के रक्षामंक्षी रह चुके हैं।
Our (NCP) national president Sharad Pawar indirectly gave a clean chit to PM, in a statement on Rafale deal. PM is completely involved in deal. Opposition is demanding constitution of JPC for probe in it. I'm upset with his statement:Tariq Anwar after resigning from NCP &as LS MP pic.twitter.com/aoIVyRXuR9
— ANI (@ANI)लेकिन शरद पवार के बयान के कारण विपक्ष को तगड़ा झटका लगा है और विपक्ष की एकता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
उधर तारिक अनवर ने अभी खुलासा नहीं किया है, कि एनसीपी छोड़ने के बाद किस पार्टी में जाएंगे। इस बारे में सवाल पूछने पर तारिक ने कहा कि ये अभी तय नहीं है। समर्थकों से बात करने के बाद तय करूंगा।
अंदर की खबर ये है कि तारिक अनवर एनसीपी से इस्तीफा देने के बाद एक बार फिर कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में तारिक अनवर ने बिहार के कटिहार से जीत हासिल की थी।