Oct 4, 2018, 12:34 PM IST
पलवल— सूत्रों के मुताबिक मामले के तार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हैं। दिल्ली से कुछ हवाला कारोबारियों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले का हुआ खुलासा हुआ था। एनआईए की टीम इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
मेवात क्षेत्र के उटावड़ गांव से भी एक व्यक्ति को कई दिन पहले पूछताछ के लिए बुलाया गया था। जिसके बाद मेवात क्षेत्र की तरफ शक की सुई घूमने लगी। जामा मस्जिद खुलफ़ा ए राशिदीन में बुधवार को एनआईए की टीम पूरे लाव लश्कर के साथ पहुंची। एहतियात के तौर पर बहीन पुलिस की मदद भी टीम द्वारा ली गई। पुलिस से लेकर मदरसा से जुड़े लोग इस कार्रवाई पर बोलने से साफ कतरा रहे हैं।
मीडिया को पूरी तरह कवरेज से दूर रखने की भरपूर कोशिश हुई। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि कई दिन पहले घटना के बारे में मीडिया को जानकारी लीक होने पर एनआईए टीम ने हरियाणा पुलिस को फटकार लगाई है।
एनआईए की टीम अगले कुछ दिन मेवात क्षेत्र में अपना डेरा डाल सकती है। मेवात क्षेत्र में यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई संदिग्धों को यहां से गिरफ्तार किया जा चुका है।
पलवल के गांव उटावड़ में आतंवादी फंड से मस्जिद बनवाले के आरोप में उटावड़ के रहने वाले सलमान नामक युवक को एनआईए की टीम दो साथियों के साथ दिल्ली से पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। उटावड़ की इस मस्जिद में टेरर फंडिंग होना बताया जा रहा है जिसकों लेकर मसजिंद के संचालक सलमान को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मस्जिद में प्रति शुक्रवार को आरोपी सलमान आता रहता था । इस मस्जिद के निर्माण में लगी करोड़ों रुपयों की धनराशि के बारे में बुधवार को कई घंटों तक एनआईए के अधिकारी लगातार पूछताछ करने में लगे रहे।
इस बारे में पलवल के एसपी वासीम अकरम ने बाताया कि "एनआईए की टीम हथीन के उाटवड़ गांव पहुंची और इस विषय में जानकारी जुटाई गई"।
एनआईए की टीम कुछ अहम सबूत जुटाने के लिए दिल्ली नंबर dl2cay5265 गाड़ी में सवार होकर मेवात क्षेत्र की तरफ सुबह दिल्ली से रवाना हुई थी और करीब चार बजे वापस रवाना हुई। डीएसपी रैंक का एनआईए अधिकारी टीम को लीड कर रहा था। हरियाणा के कई संस्थान एनआईए के राडार पर बताये जा रहे हैं।
पलवल से अनिल मोहनिया की रिपोर्ट