ग्रेटर नोएडा पुलिस के लिए ये बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। क्योंकि पुलिस ने ऐसे तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। जो कोर्ट परिसर में नशीले पदार्थ बेचा करते थे और ये नशीले पदार्थ जेल तक पहुंचते थे। इन तस्करों का काम करने का तरीका भी अलग था। ये कोर्ट में पेशी के लिए आने वाले कैदियों के माध्यम से जेल तक नशीले उत्पाद भेजा करते थे।
ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने ऐसे तीन तस्कारों को गिरफ्तार किया है। जो कहीं और नहीं बल्कि कोर्ट परिसर में ही नशीले पदार्थ बेचा करते थे और ये नशीले पदार्थ जेल के भीतर पहुंचते थे। इन तीनों तस्करों को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने सूरजपुर कोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया है।
ग्रेटर नोएडा पुलिस के लिए ये बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। क्योंकि पुलिस ने ऐसे तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। जो कोर्ट परिसर में नशीले पदार्थ बेचा करते थे और ये नशीले पदार्थ जेल तक पहुंचते थे। इन तस्करों का काम करने का तरीका भी अलग था। ये कोर्ट में पेशी के लिए आने वाले कैदियों के माध्यम से जेल तक नशीले उत्पाद भेजा करते थे। हालांकि पुलिस में कैदियों को लाने वाले पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से इंकार नहीं कर रही है।
ये तस्कर कैप्सूल, नशे की गोलियां, गांजा, कंपनी के कैप्सूल, चरस के कैप्सूल जेलों में पहुंचाया करते थे और इसके लिए पुलिस को शिकायत भी मिल रही थी। लिहाजा पुलिस ने जाल बिछाकर उन तस्करों को गिरफ्तार किया है और इनके पास से कई नशीले उत्पाद मिले हैं। गिरफ्तार तस्करों में परवेज निवासी सेक्टर 49, राहिल निवासी दनकौर और संतोष निवासी ग़ाज़ियाबाद शामिल हैं।
जब पुलिस ने इन लोगों की तलाशी ली तो इनसे भारी मात्रा में नशे के कैप्सूल और गोलियां मिलीं। ये कैदियों को इस तरह से गाजा या कैप्सूल सप्लाई करते थे कि वह पेशी के दौरान निगल लेते थे और बाद में शौच में वह बाहर निकल आता था। ये कैप्सूल और गांजे के पैकेट पालीथीन में बंद होते थे।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ये कैदियों को कैप्सूल 400-500 रुपये में बेचते थे और यही कैदी उन्हें जेल में 1000 रुपये में बेचते थे। फिलहाल पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। ये तीन आरोपी पिछले पांच सालों से इस काले कारोबार को कोर्ट परिसर में अंजाम दे रहे थे।