दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल ने कहा, अगर कांग्रेस से गठबंधन होता है तो भाजपा दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर हार सकती है। दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित ने केजरीवाल के दावों पर सवाल उठाए हैं।
लोकसभा चुनाव में दिल्ली में भाजपा को टक्कर देने के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन की चर्चाओं पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद ही विराम लगा दिया है। जामा मस्जिद के पास आयोजित रैली में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की सातों सीटों पर भाजपा को हराने के लिए आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कांग्रेस को गठबंधन के लिए मनाने की खूब कोशिशें कीं, लेकिन कांग्रेस नहीं मानी। वह बोले कि भाजपा के हर प्रत्याशी के खिलाफ एक प्रत्याशी होना चाहिए और वोटों का बंटवारा नहीं होना चाहिए।
केजरीवाल ने कहा, 'हम गठबंधन के लिए कांग्रेस को मना-मनाकर थक गए हैं, लेकिन वह नहीं समझ रही। अगर गठबंधन होता है तो भाजपा सातों लोकसभा सीटों पर हार सकती है।'
Delhi CM in Chandni Chowk y'day: There should be only 1 candidate against every BJP candidate,votes must not be divided.Tired of trying to convince Congress for alliance,but they refuse to understand. If today our alliance with Congress is done, BJP will lose all 7 seats in Delhi pic.twitter.com/6LG5rNGnZB
— ANI (@ANI)केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर भी बरसे। उन्होंने कहा कि दोनों देश को बांटने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। केजरीवाल की यह रैली चांदनी चौक इलाके के अल्पसंख्यक बहुल इलाके में आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा, 'मैं नहीं जानता कि कांग्रेस के दिमाग में क्या चल रहा है।' वह आगे बोले कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में एसपी और बीएसपी को कमजोर करने गई है और दिल्ली में भाजपा के खिलाफ लड़ रही आप को कमजोर करने का काम कर रही है। फरवरी की शुरुआत में केजरीवाल ने मीडिया को बताया था कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए आप के साथ गठबंधन की संभावना को लगभग खत्म कर दिया है।
उधर, आप के शीर्ष नेता रहे कुमार विश्वास ने कांग्रेस से गठबंधन करने की कोशिशों को लेकर केजरीवार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कहा, 'कार्यकर्ताओं के खून-पसीने, साथियों के निस्वार्थ श्रम व करोड़ों लोगों की दुआओं ने 70 में 67 सीट दिलाईं लेकिन एक आत्ममुग्ध, असुरक्षित बौने के ओछेपन ने उसी जनादेश को इस गिरावट तक ला दिया कि जिनकी सीट जीरो की आज उन्हीं के सामने गिड़गिड़ा रहा है। सबके भरोसे की पीठ में छुरा घोंपने का फल।'
कार्यकर्ताओं के ख़ून-पसीने,साथियों के निस्वार्थ श्रम व करोड़ों लोगों की दुआओं ने 70 में 67 सीट दिलाईं लेकिन एक आत्ममुग्ध,असुरक्षित बौने के ओछेपन ने उसी जनादेश को इस गिरावट तक ला दिया कि जिनकी सीट ज़ीरो की आज उन्हीं के सामने गिड़गिड़ा रहा है.सबके भरोसे की पीठ में छुरा घोंपने का फल
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas)इससे पहले, मोदी और शाह पर हमला बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि अगर भाजपा फिर सत्ता में आती है तो देश अपने संविधान और लोकतंत्र को खो देगा। उन्होंने यह कहते हुए आम आदमी पार्टी के लिए वोट करने की अपील की और कहा कि ध्यान रखें कि वोट बंटने न पाएं। वह बोले, 'वोट बंटने से सावधान रहें, आप के लिए वोट करें क्योंकि आप ही दिल्ली में भाजपा और मोदी को हरा सकती है।'
केजरीवाल ने कहा, जिनके अंदर भी देश के लिए अच्छी भावना है, उन्हें 2019 के चुनाव में भाजपा को हराना चाहिए। केजरीवाल ने दावा किया कि इस बार भाजपा को 2014 लोकसभा चुनाव के मुकाबले 10 फीसदी कम वोट मिलने वाले हैं। 2014 में दिल्ली में भाजपा को 46 फीसदी वोट मिले थे। केजरीवाल बोले कि अगर ये 10 फीसदी वोट कांग्रेस को चले जाते हैं तो भाजपा फिर सातों सीटों पर जीत जाएगी, इसलिए को वोट करें।
उधर, केजरीवाल के बयान पर दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मैं दिल्ली के सीएम केजरीवाल से पूछना चाहती हूं कि वह किस आधार पर यह दावा कर रहे हैं, जबकि उन्होंने अब तक एक बार भी हमसे बात नहीं की है।'
Sheila Dikshit on Delhi CM Arvind Kejriwal remarks, ‘Tired of trying to convince Congress for an alliance, but they refuse to understand’: I want to ask Arvind Kejriwal on what basis has he said this? Because he has not talked about it even once. pic.twitter.com/95yI2kOlpG
— ANI (@ANI)