19 मई को लोकसभा चुनावों के अंतिम चरण के मतदान से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के गढ़ कोलकाता में रोड शो किया। आरोप है कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने रोड शो में शामिल लोगों पर पत्थरबाजी की, जिसका प्रतिरोध करने पर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। इसके बाद पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को तितरबितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। रोड शो के दौरान कुछ जगह पर आगजनी भी की गई। कोलकाता में इस घटना के बाद से अफरातफरी का माहौल है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीएमसी की छात्र इकाई के नेताओं ने रोड शो में शामिल अमित शाह के ट्रक पर काले झंडे फेंकने की कोशिश की। कलकत्ता यूनिवर्सिटी इलाके के आसपास दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पें हुईं। कुछ लोगों ने पुलिस और मीडियाकर्मियों को भी निशाना बनाया। कई गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि रोड शो के दौरान ही एक कॉलेज के हॉस्टल से अमित शाह के काफिले पर पथराव किया गया, जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने उस बिल्डिंग का घेराव कर जवाबी हमला किया। कॉलेज के बाहर आगजनी भी की गई। इस दौरान पुलिसकर्मी आग बुझाते नजर आए।
इस बीच, अमित शाह ने कहा कि उनकी देश भर में रैलिया होती रही हैं। लेकिन बंगाल में हिंसा होना इस बात का संकेत है कि यह ममता सरकार की शह पर हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी ने यह हिंसा करवाई है। भाजपा इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेगी।
इससे पहले, शाह ने कहा कि टीएमसी ने पश्चिम बंगाल की संस्कृति को रौंदने और लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया है। बंगाल के लोग ममता दीदी की सत्ता को उखाड़ फेंकने में जुटे हैं। शाह ने कहा, 23 तारीख को भाजपा बंगाल में 23 से ज्यादा सीटें जीतने जा रही है। बंगाल और देश की जनता मोदीजी को प्रधानमंत्री देखना चाहती है। मेरी ममता दीदी को सलाह है कि गुस्से से बीपी बढ़ जाता है। ऐसा करना इस उम्र में ठीक नहीं है। कहीं पर भी हमने विपक्ष के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया।
इससे पहले, कुछ लोगों ने मोदी और शाह के पोस्टरों को हटा दिया। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इसके पीछे ममता सरकार का हाथ बताया। उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गुंडों और पुलिस ने पोस्टर और झंडे निकाल दिए। जैसे ही हम लोग पहुंचे वे यहां से भाग गए।'
अमित शाह का रोड शो शाम 4:30 बजे मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड इलाके से शुरू हुआ और उत्तरी कोलकाता में स्वामी विवेकानंद भवन पर जाकर खत्म हुआ। रोड शो के दौरान कई लोग हनुमान और राम के वेशभूषा में थे। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता 'जय श्री राम' के नारे लगा रहे थे।