पंजाब में लोकसभा चुनाव में दो पूर्व आईएएस अफसर एक दूसरे के आमने सामने होंगे। पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबी अफसर डा. अमर सिंह को टिकट दिया गया है। इस सीट पर उनका मुकाबला दूसरे रिटायर्ड आईएएस शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार दरबारा सिंह गुरू से होगा।
पंजाब में लोकसभा चुनाव में दो पूर्व आईएएस अफसर एक दूसरे के आमने सामने होंगे। पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबी अफसर डा. अमर सिंह को टिकट दिया गया है। इस सीट पर उनका मुकाबला दूसरे रिटायर्ड आईएएस शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार दरबारा सिंह गुरू से होगा। वहीं अभी तक पार्टी ने राज्य के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी को टिकट नहीं दिया है।
फिलहाल पंजाब में टिकट वितरण के मामले में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की भी खूब चली है। दिग्विजय सिंह ने कभी अपने सचिव रहे डा. अमर सिंह को टिकट दिया है। अमर सिंह मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अफसर हैं और दिग्विजय सिंह के करीबी अफसरों में माने जाते थे। वह भारतीय खाद्य निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक भी रहे हैं। अमर सिंह को पंजाब के फतेहगढ़ साहिब सीट से टिकट दिया गया है और इस सीट पर उनका मुकाबला दूसरे रिटायर्ड आईएएस शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार दरबारा सिंह गुरू से होगा।
ऐसा माना जा रहा है कि दो पूर्व नौकरशाहों के बीच यहां पर मुकाबला दिलचस्प होगा। फिलहाल अभी तक पार्टी ने पंजाब में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को टिकट नहीं दिया है। हालांकि पार्टी ने सिद्धू के लिए विधायक की सीट छोड़ने वाले जसबीर सिंह डिंपा को खडूर साबिह से टिकट दिया है। डिंपा ने कैप्टन अमेन्द्रर सिंह के कहने पर सिद्धू के लिए सीट छोड़ थी। वहीं कांग्रेस ने फरीदकोट से लोक गायक मोहम्मद सदीक को टिकट दिया है।
खडूर साहिब से डिंपा का मुकाबला शिअद की दिग्गज नेता जगीर कौर से होगा। अभी तक कांग्रेस राज्य की 9 सीटों से उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। राज्य में लोकसभा की 13 सीटें हैं और अभी कांग्रेस चार और प्रत्याशी मैदान में उतार सकती है। अगर कांग्रेस का आप के साथ चुनावी गठबंधन हो जाता है तो पार्टी को कुछ सीटें आप के लिए भी छोड़नी पड़ेगी।