इस्लाम से खारिज हुई नुसरत जहां, बरेलवी मसलक ने जारी किया फतवा

By Team MyNation  |  First Published Jul 6, 2019, 10:48 AM IST

टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ कृष्ण कांसियसनेस  की रथ यात्रा में अपने पति निखिल जैन के साथ आरती की थी। इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी मौजूद थी। इस कार्यक्रम के बाद नुसरत ने साफ कहा था कि वह मुस्लिम हैं और उनके सभी धर्मों में आस्था है।


पिछले कई दिनों से अपने पहनावे को लेकर मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर आयी अभिनेत्री से राजनेता बनीं बंगाली अभिनेत्री और टीएमसी सांसद नुसरत को इस्लाम से खारिज कर दिया गया है। बरेलवी मसलक ने उनके खिलाफ फतवा जारी किया है। लिहाजा अब एक बार फिर नुसरत जहां सुर्खियों में हैं।

असल में उनके खिलाफ फतवा इस्कॉन रथयात्रा में आरती करने को लेकर बरेलवी मसलक के उलेमा मुफ्ती मुहम्मद गुलाम रजवी ने जारी किया है। बरेलवी मसलक के उलेमा ने नुसरत जहां को इस्लाम से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि मजहब-ए-इस्लाम से वो हर कोई खारिज हो जाता है जो उसे पार करता है।

लिहाजा नुसरत जहां भी इस्लाम से खारिज हो गयी हैं। उनका कहना है कि अगर नुसरत जहां फिर से इस्लाम धर्म में आना चाहती हैं तो उन्हें तौबा करनी होगी। उलेमा ने आरोप लगाया कि नुसरत ने सियासत के लिए मजहब को बदनाम किया है। दो दिन पहले ही नुसरत की कोलकाता में आरती करते हुए वीडियो और तस्वीरें  सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।

हालांकि संसद में सिंदूर और मंगलसूत्र पहन कर जाने के बाद भी नुसरत के खिलाफ उमेलाओं ने जमकर भड़ास निकाली थी। लेकिन पहली बार उनके खिलाफ फतवा जारी किया गया है। रजवी का कहना है कि इस्लाम में औरतों को उनके अधिकार दिए गए हैं  और उन्हें उसका पालन करना चाहिए।

उधर एक और उलेमा मुफ्ती सैय्यद कफील अहमद हाशमी ने कहा कि आरती करना इस्लाम में मना है और इस तरह का काम जो भी कोई करता है तो वह इस्लाम से खारिज हो जाता है। क्योंकि ये शरीयत के खिलाफ होता है। नुसरत जहां ने गैर शरई काम किया है।

गौरतलब है कि टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ कृष्ण कांसियसनेस  की रथ यात्रा में अपने पति निखिल जैन के साथ आरती की थी। इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी मौजूद थी। इस कार्यक्रम के बाद नुसरत ने साफ कहा था कि वह मुस्लिम हैं और उनके सभी धर्मों में आस्था है।

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